धनबाद(DHANBAD): धनबाद में 2020 से शहर की सरकार नहीं है. पूरी व्यवस्था सरकार के अधीन है. लेकिन आरक्षण रोस्टर के लिए सर्वे टीमों के गठन के बाद वनवास झेल रहे निगम के 55 वार्ड पार्षदों की सक्रियता बढ़ गई है. उन्हें उम्मीद है कि झारखंड में निकाय चुनाव अब जल्द होंगे. वैसे, सर्वे टीम की रिपोर्ट के बाद हो सकता है कि कई वार्ड पार्षदों के वार्ड का आरक्षण रोस्टर बदल जाए. अब तक जहां से वह चुनाव जीते रहे हैं, वहां से वह लड़ नहीं पाएंगे. इसको लेकर चर्चा शुरू हो गई है. धनबाद नगर निगम में 55 वार्ड है. इधर, जाति जनगणना पूरी होने के बाद मेयर पद के लिए भी आरक्षण रोस्टर जारी हो सकता है.
एस सी, एस टी और ओबीसी के लिए भी हो सकता है आरक्षण
जैसी कि सूचना है, इस बार राज्य में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के साथ-साथ ओबीसी के लिए भी मेयर, नगर परिषद और नगर पंचायत अध्यक्ष का पद आरक्षित हो सकता है. धनबाद में भी मेयर के लिए आरक्षण पद के लिए रोस्टर नए सिरे से जारी होने की संभावना है. धनबाद नगर निगम का गठन 2006 में हुआ था. 2010 में पहली बार चुनाव हुआ तो मेयर का पद महिला के लिए आरक्षित था. फिर 2015 में जब चुनाव हुआ तो यह पद ओबीसी के लिए आरक्षित कर दिया गया था. जून 2020 से धनबाद में नगर निगम भंग है. चुनाव को लेकर आंदोलन भी हुए , लेकिन झारखंड में निकाय का चुनाव नहीं हुआ. इधर, केंद्र सरकार ने निकाय चुनाव नहीं होने के कारण राशि रोक दी है. कहा गया है कि जब तक निकाय का चुनाव नहीं हो जाता, झारखंड में तब तक राशि विमुक्त नहीं की जाएगी.
जाति गणना की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जारी होगा रोस्टर
जाति गणना की प्रक्रिया पूरी होने के बाद मेयर पद के लिए आरक्षण रोस्टर जारी होगा. इस बार राज्य में एससी, एसटी के साथ-साथ ओबीसी के लिए भी मेयर, नगर परिषद व नगर पंचायत अध्यक्ष का पद आरक्षित होगा. धनबाद में भी मेयर के लिए आरक्षण पद के लिए रोस्टर नये सिरे से जारी होगा.धनबाद नगर निगम में मेयर के एक तथा 55 वार्ड पार्षद के लिए मतदान होना है. जबकि डिप्टी मेयर का चुनाव वार्ड पार्षद करेंगे. हालांकि, इस बार के चुनाव के लिए यह गाइडलाइन अब तक जारी नहीं हुआ है. इसी तरह चिरकुंडा नगर परिषद के अध्यक्ष तथा 21 वार्ड पार्षद के लिए सीधा मतदान होगा. चिरकुंडा नगर परिषद क्षेत्र के वार्डों में भी सर्वे का काम शुरू हो चुका है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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