टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : एक मई 2025 से कई बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं. इसके तहत अब दूसरे बैंक के एटीएम से एक तय लिमिट के बाद से पैसे निकालने पर आपको जहां 17 रुपए देने होते थे, अब 19 रुपए देने होंगे. इसके साथ ही बैलेंस चेक करने का भी चार्ज सात रुपए से बढ़ाकर नौ रुपए कर दिया गया है. इसके अलावा नि:शुल्क रकम निकासी की सीमा पार करने के बाद जहां पहले 21 रुपए देने होते थे अब 23 रुपए देने होंगे. बैंक अपने ग्राहकों को दूसरे एटीएम में महीने में मेट्रो शहरों में पांच और नॉन मेट्रो में तीन फ्री ट्रांजेक्शन की लिमिट देता है. इसके ऊपर पर ट्रांजेक्शन पर ये बढ़ा हुआ चार्ज आपको देना होगा.
एटीएम चार्ज के बढ़ जाने से अब उन बैंकों पर ज्यादा असर पड़ेगा जो एटीएम नेटवर्क के लिए दूसरे पर अधिक निर्भर रहते हैं. कस्टमर्स को अब नॉन होम बैंक एटीएम से पैसे निकालने या फिर बैलेंस चेक करने से ज्यादा चार्ज देना होगा. ऐसे में इस बढ़े हुए चार्ज के बाद जो लोग ज्यादा एटीएम का इस्तेमाल करते हैं उन्हें या तो अतिरिक्त चार्ज से बढ़ने के लिए अपने होम बैंक के एटीएम का इस्तेमाल करना चाहिए या फिर डिजिटल पेमेंट के ऑप्शन का इस्तेमाल करना चाहिए.
आरबीआई ने जारी किए निर्देश
आरबीआई ने सभी बैंकों और व्हाइट-लेबल एटीएम ऑपरेटर्स को निर्देश दिए हैं कि 100 और 200 रुपए के नोटों की संख्या एटीएम में बढ़ाई जाए. इसके तहत 75 प्रतिशत एटीएम में 30 सितंबर 2025 तक कम से कम एक कैसेट में 100 और 200 के नोट होने चाहिए. इसके बाद, 31 मार्च 2026 तक यह सुविधा 90 प्रतिशत एटीएम मिलनी चाहिए. इस निर्देश के बाद से, उन लोगों को यह फायदा होगा जिसकी जरूरत 500 नोट के बजाय 100 या फिर 200 रुपए के नोटों से ज्यादा होती है. अब वो आसानी से इन नोटों को एटीएम से निकाल सकते हैं.
होम बैंक के एटीएम का इस्तेमाल करें
एटीएम चार्ज के बढ़ जाने से अब उन बैंकों पर ज्यादा असर पड़ेगा जो एटीएम नेटवर्क के लिए दूसरे पर अधिक निर्भर रहते हैं. कस्टमर्स को अब नॉन होम बैंक एटीएम से पैसे निकालने या फिर बैलेंस चेक करने से ज्यादा चार्ज देना होगा. ऐसे में इस बढ़ हुए चार्ज के बाद जो लोग ज्यादा एटीएम का इस्तेमाल करते हैं उन्हें या तो अतिरिक्त चार्ज से बढ़ने के लिए अपने होम बैंक के एटीएम का इस्तेमाल करना चाहिए या फिर डिजिटल पेमेंट के ऑप्शन का इस्तेमाल करना चाहिए.
आरबीआई ने जारी किए निर्देश
आरबीआई ने सभी बैंकों और व्हाइट-लेबल एटीएम ऑपरेटर्स को निर्देश दिए हैं कि 100 और 200 रुपए के नोटों की संख्या एटीएम में बढ़ाई जाए. इसके तहत 75 प्रतिशत एटीएम में 30 सितंबर 2025 तक कम से कम एक कैसेट में 100 और 200 के नोट होने चाहिए. इसके बाद, 31 मार्च 2026 तक यह सुविधा 90 प्रतिशत एटीएम मिलनी चाहिए. इस निर्देश के बाद से, उन लोगों को यह फायदा होगा जिसकी जरूरत 500 नोट के बजाय 100 या फिर 200 रुपए के नोटों से ज्यादा होती है. अब वो आसानी से इन नोटों को एटीएम से निकाल सकते हैं.
कितनी बार है फ्री सुविधा
- मेट्रो शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई आदि में ग्राहक महीने में तीन बार मुफ्त में एटीएम इस्तेमाल कर सकते हैं.
- नॉन-मेट्रो शहरों में यह लिमिट पांच बार है. गैर-मेट्रो शहर वे होते हैं जो मेट्रो शहरों जितने बड़े नहीं होते.
- यह लिमिट पैसे निकालने और दूसरी तरह के ट्रांजैक्शन, दोनों के लिए है. इसका मतलब है कि आप महीने में तीन या पांच बार ही मुफ्त में पैसे निकाल सकते हैं या बैलेंस चेक कर सकते हैं.
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