रांची(RANCHI): झारखंड में जल्द ही विधानसभा उपचुनाव का एलान हो सकता है. चुनाव को देखते हुए झारखंड में चुनाव आयोग भी सक्रिय हो गया. मतदान केंद्र से लेकर मतदाता सूचि संक्षिप्त पुनरीक्षण का कार्य शुरू कर दिया है. ऐसे में अब चुनाव आयोग की तैयारी को देखते हुए राजनितिक दल भी सक्रिय हो गए है.अंदर खाने पूरी विसात बिछनी शुरू हो गई. रणनीति पर भी तैयारी तेज है. इस उपचुनाव में इंडिया और NDA दोनों गठबंधन अपनी पूरी ताकत झोंकने की तैयारी कर रहा है.              

बता दें कि चुनाव आयोग की ओर से विज्ञप्ति जारी कर बताया गया है कि 45–घाटशिला (अ.ज.जा.) विधानसभा क्षेत्र में आगामी उपचुनाव को देखते हुए भारत निर्वाचन आयोग ने केवल उक्त विधानसभा क्षेत्र के मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण करने का निर्देश दिया है. यह पुनरीक्षण कार्यक्रम 1 जुलाई, 2025 की अर्हता तिथि के आधार पर किया जाएगा. इस तिथि तक 18 वर्ष पूर्ण कर चुके  विधानसभा क्षेत्र के पात्र भारतीय नागरिक मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वा सकते हैं.

भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार, पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत कई महत्वपूर्ण कार्य निर्धारित किए गए हैं. सबसे पहले, मतदान केंद्रों का युक्तिकरण (Rationalization) 28 अगस्त, 2025 तक पूरा करना होगा. जिसके तहत 1200 से अधिक मतदाताओं वाले मतदान केंद्रों को युक्तिकरण किया जाना है.जिससे मतदान प्रक्रिया में मतदाताओं को सहूलियत प्राप्त हो सके.

आयोग द्वारा पुनरीक्षण कार्यक्रम के अनुसार मतदाता सूची का प्रारूप प्रकाशन 2 सितंबर, 2025 (मंगलवार) को किया जाएगा .वहीं 2 सितंबर से 17 सितंबर तक मतदाता सूची में नाम जोड़ने, सुधार करने के साथ साथ  विलोपित करने के लिए दावा और  आपत्ति फॉर्म जमा किए जा सकेंगें.  मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 29 सितंबर, 2025 (सोमवार) को निर्धारित किया गया है.

यह तैयारी चुनाव आयोग की हो गई.लेकिन अब बात राजनीती दल की कर लेते है.जिसमें झामुमो और भाजपा की जिला कमिटी अभी से सक्रीय हो गई है. सभी को प्रदेश स्तर से एक टास्क दिया गया है. जिसमें कार्यकर्ताओं की बैठक और उनके मन की बात को जानने की कोशिश करना है. जिससे वहां के मतदाताओं के फीडबैक प्रदेश स्तर तक पहुँच सके.

इसके बाद ही मतदाताओं के मुद्दे पर प्रदेश स्तर पर रणनीति तय की जाएगी .जिससे झारखंड के उपचुनाव में पूरी मज़बूती के साथ दोनों दल उतर सके. हर कोई अपनी पूरी ताकत लगाने की तैयारी में है. ऐसे में घाटशिला में चर्चा है कि भाजपा फिर से बाबूलाल सोरेन को उम्मीदवार बनाएगी और झामुमो की ओर से सोमेश सोरेन का नाम तय माना जा रहा है.

जहां एक ओर सोमेश के साथ पिता रामदास सोरेन का संघर्ष और काम की विरासत साथ है तो वहीं बाबूलाल सोरेन के पास पिता चंपाई का संघर्ष साथ रहेगा. ऐसे में कौन बाजी मारेगा. यह तो समय तय करेगा और मतदाताओं में किसका भरोसा ज्यादा है. कौन पैठ बना पाता है वह चुनाव परिणाम में तय होगा. लेकिन फिलहाल चर्चा और तैयारी दोनों अंदर खाने चल रही है.