धनबाद (DHANBAD) : क्या झारखंड में  बीजेपी की राजनीति बदलेगी? क्या केंद्रीय नेतृत्व बिहार चुनाव के पहले बीजेपी झारखंड प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति की ओर आगे बढ़ गया है? क्या डॉक्टर रविंद्र राय को कार्यकारी अध्यक्ष से मुक्त करने की कोई बड़ी वजह है? क्या डॉक्टर रविंद्र राय को प्रदेश से उठाकर राष्ट्रीय संगठन में ले जाने की तैयारी है? अचानक इस निर्णय का क्या मतलब हो सकता है? यह सब सवाल झारखंड की राजनीति में शुक्रवार की सुबह से ही उमड़-घुमड़ रहे है. लोकल नेता भाजपा बीट देखने वाले रिपोर्टरों से संपर्क कर यह जानना चाह रहे हैं कि आखिर डॉक्टर रविंद्र राय को कार्यकारी अध्यक्ष पद से मुक्त करने की वजह क्या हो सकती है? हालांकि अभी तक इसका ठोस जवाब नहीं मिल पाया है. 

आदित्य साहू डॉक्टर रविंद्र कुमार राय की जगह लेंगे 
 
राज्यसभा सांसद आदित्य साहू को डॉक्टर रविंद्र कुमार राय की जगह झारखंड बीजेपी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है. इस संबंध में राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने पत्र जारी किया है. पत्र में लिखा गया है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आदित्य साहू( राज्यसभा सांसद) को बीजेपी झारखंड प्रदेश का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है.आदित्य साहू के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति डॉ रविंद्र कुमार राय के स्थान पर की गई है. यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी.  बता दें कि 2024 विधानसभा चुनाव में  जब कुछ सीटों पर भाजपा फंसी हुई थी तो डॉक्टर रविंद्र राय को कार्यकारी अध्यक्ष का पद दिया गया था. 
चुनाव के समय मिला था यह पद, अब आगे क्या 

खासकर राजधनवार  सीट पर उनकी मेहनत काम आई और बाबूलाल मरांडी की  सीट निकल गई. लेकिन अब उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष पद से मुक्त कर दिया गया है.  तो ऐसा माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय संगठन में ले जाया जा सकता है, क्योंकि चर्चा यह भी है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किसी ओबीसी कोटे  के लोगों को ही दिया जा सकता है. ऐसे में भाजपा को जानने वाले डॉक्टर रविंद्र राय को प्रदेश अध्यक्ष की बात को सीधे से खारिज कर रहे हैं और कह रहे हैं कि उन्हें राष्ट्रीय संगठन में कोई जिम्मेदारी दी जा सकती है. बिहार चुनाव में भी उनका उपयोग किया जा सकता है. 


रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो