धनबाद (DHANBAD) : धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या मामले में कोर्ट के फैसले के बाद सिंह मेंशन और रघुकुल में तल्खी और बढ़ गई है. ट्रायल कोर्ट ने इस मामले में झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह समेत सभी को बरी कर दिया है. फैसले के बाद सिंह मेंशन में जहां खुशी है, वहीं रघुकुल इस लड़ाई को आगे बढ़ाने का ऐलान कर दिया है. सोमवार की शाम धनबाद की सड़कों पर पूर्व विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के नेतृत्व में कैंडल मार्च निकाला गया और न्याय की मांग की गई. इस मार्च में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. पूर्णिमा नीरज सिंह ने सवाल किया कि आखिर मेरे पति सहित चार लोगों को किसने मारा? ट्रायल कोर्ट के फैसले को वह हाईकोर्ट में चुनौती देगी. इस मामले को सुप्रीम कोर्ट तक लेकर जाएगी.
सोमवार की शाम धनबाद की सड़कों पर निकला था कैंडल मार्च
दरअसल, सोमवार की शाम जब कैंडल मार्च निकला तो शामिल लोग नीरज सिंह अमर रहे का गगनभेदी नारा लगा रहे थे. यह हत्याकांड कोयलांचल का बहुचर्चित हत्याकांड है. पूर्व विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने यह भी कहा कि वह इस लड़ाई में मारे गए सभी परिवारों को साथ लेकर लड़ाई लड़ेगी. अभी तक उन लोगों का वह साथ नहीं छोड़ा है और आगे भी नहीं छोड़ेगी. कैंडल मार्च के दौरान पूर्णिमा नीरज सिंह भावुक भी हुई और समाज से सवाल भी किया. फैसले के बाद यह पहला मौका था, जब कैंडल मार्च के बहाने रघुकुल के समर्थक सड़क पर उतरे थे. पूर्व विधायक ने तत्कालीन रघुवर सरकार को भी कठघरे में खड़ा किया. इधर, फैसले के बाद सिंह मेंशन में पटाखे फोड़े गए थे. विधायक रागिनी सिंह ने ऐलान कर दिया है कि वह 8 साल का बदला 8 साल से लेगी. उनका कहना है कि जिन लोगों ने साजिश कर उनके पति का 8 साल बर्बाद किया, उन्हें भी 8 साल जेल में ही रहना होगा. इसकी लड़ाई वह लड़ेगी. बहरहाल, हत्याकांड के फैसले के बाद दोनों घरानों में तल्खी और भी बढ़ गई है.
21 मार्च "2017 को धनबाद के सरायढेला में की गई थी हत्या
बता दें 21 मार्च "2017 को धनबाद के सरायढेला के स्टील गेट में नीरज सिंह, उनके पीए अशोक यादव, ड्राइवर घल्टू महतो और अंगरक्षक मुन्ना तिवारी की हत्या कर दी गई थी. इस घटना ने कोयलांचल को झकझोर दिया था. हत्याकांड में गोलियों की बारिश की गई थी. 21 मार्च '2017 को नीरज सिंह अपनी गाड़ी से अपने घर लौट रहे थे. इसी दौरान घात लगाए अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी. सैकड़ों राउंड फायरिंग की गई. घटनास्थल पर ही चारों लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद कोयलांचल में सन्नाटा पसर गया था. झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह ने थाने में सरेंडर किया था. इसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था.नीरज सिंह की हत्या के बाद 2019 में झरिया विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर उनकी पत्नी पूर्णिमा नीरज सिंह चुनाव लड़ी और संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह को पराजित कर दिया. कांग्रेस के टिकट पर वह 2019 में विधायक बनी. विधायक बनने के बाद भी दोनों परिवार में समय-समय पर टकराहट होती रही.
झरिया को लेकर दोनों परिवारों में आरोप -प्रत्यारोप लगते रहे
झरिया को लेकर भी आरोप- प्रत्यारोप लगते रहे. इस बीच सूर्य देव बाबू के भाई पूर्व मंत्री बच्चा सिंह का बीमारी की वजह से निधन भी हो गया. बच्चा बाबू सिंह मेंशन से अलग पहले से ही रह रहे थे. रामधीर सिंह और सूर्य देव सिंह का परिवार सिंह मेंशन में रह रहा था. लेकिन बाद में रामधीर सिंह का परिवार भी अलग रहने लगा. इस बीच फिर 2024 का चुनाव आया. इस चुनाव में भी झरिया सीट पर पूर्णिमा नीरज सिंह और रागिनी सिंह के बीच आमने-सामने की चुनावी टक्कर हुई. चुनाव के इस रण में इस बार रागिनी सिंह ने बाजी मार लीऔर पूर्णिमा नीरज सिंह को उन्होंने पराजित कर दिया. रागिनी सिंह फिलहाल झरिया विधानसभा सीट से भाजपा की विधायक है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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