टीएनपी डेस्क (TNP DESK):सरकार की ओर से छात्रों को हर सुविधा मुहैया कराने की कोशिश की जाती है. इन्ही में से एक है शिक्षा को अब डिजिटलाइजेशन की ओर ले जाने की. जिसमे सरकार ने एक कदम बढ़ाया है.आपको बता दें के शिक्षा विभाग की ओर से देश के छात्रों को डिजिटल इंडिया से जोड़ने के लिए अपार आईडी कार्ड बनाने की शुरुआत की गई है. आपको बता दें कि अपार आईडी कार्ड आधार कार्ड की तरह ही 12 अंको के नंबर के साथ होता है जिसमें स्टूडेंट के शिक्षा से जुड़ी पूरी जानकारी के साथ प्रमाण पत्र की पूरी लिस्ट होती है.
कार्ड को लेकर लोग हैं कन्फ्यूज
वहीं बहुत से लोग इसको लेकर काफी ज्यादा कन्फ्यूज नजर आ रहे है. कुछ लोगों के मन में इसको लेकर भ्रम है कि इससे बच्चों की पढ़ाई पर कोई इफेक्ट पड़ेगा या कुछ लोग इसे जरूरी नहीं समझ रहे है तो आज आपको बताने वाले है कि शिक्षा मंत्री के अनुसार ये कितना और क्यों जरूरी है.
पढ़ें कितना और क्यों है जरुरी
आपको बताएं कि अपार आईडी कार्ड अब हर छात्र के पास होना जरूरी है. जिस तरीके से हर किसी के लिए आधार कार्ड जरूरी होता है वैसे ही अब शिक्षा के क्षेत्र में हर छात्र के लिए यूनिक शैक्षणिक आईडी होनी जरुरी है. इस कार्ड में छात्र के जन्म से लेकर कैरियर तक हर अकादमिक सफर का डिजिटल रिकॉर्ड होता है.सरकार ने इसे वन नेशन वन स्टूडेंट आईडी के रूप में पेश किया है.जिसको बनवाना हर स्टूडेंट के लिए काफी जरूरी है.
अब छात्रों को हर जगह सर्टिफिकेट लेने जाने की नहीं है जरुरत
इसकी खास बात है कि छात्र के स्कूल, कॉलेज स्कॉलरशिप, पुरस्कार यहां तक अगर आप किसी कोर्स को बीच ड्रोप कर रहे है या बदल रहे है,तो इसकी भी जानकारी कार्ड में दर्ज रहती है.चलिए अब आपको बताते हैं कि आपको अपार कार्ड क्यों बनवाना जरूरी है, शिक्षा मंत्री की माने तो अगर आप किसी नौकरी के लिए इंटरव्यू देने जाते है तो कई तरह के प्रमाण पत्र, एक्सपीरियंस लेटर लेकर जाते है लेकिन अगर किसी स्टूडेंट का अपार कार्ड बन गया हो तो इसे हर सर्टिफिकेट को ढ़ोने की जरूरत नहीं है, बल्की वहां अपार आईडी कार्ड से सारी जानकारी इंटरव्यूर को दे सकते है यानी एक पासवर्ड कीp बदौलत पूरे कार्ड को एक्सेस किया जा सकता है.
एक क्लिक में सारी जानकारी खुल जायेगी
अपार आईडी कार्ड आधार कार्ड का ही एक बाय प्रोडक्ट जो सभी छात्रों के लिए सुविधा के लिए जारी किया गया है. जिसमें छात्र के पढ़ाई से लेकर पुरस्कार तक सारी चीजें शामिल है. आधार कार्ड की तरह ही इसके ऊपर भी 12 अंको का एक नंबर होता है.जिसको स्कूल या कॉलेज की ओर से बनावाया जाता है, यदि कभी गलती से आपको सर्टिफिकेट खो गये, तो घबराने की जरुरत नहीं है, बस एक क्लिक से सब कुछ आपके मोबाइल या लैपटॉप पर एक क्लिक पर खुलकर सामने आ जाएगा लेकिन अगर कोई छात्र नाबालिक है तो उसके माता पिता के अनुमति से ही इसे बनाया जा सकता है.
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