पाकुड़ (PAKUR): नेशनल हाईवे 333A के धरमपुर मोड़ से पाकुड़ तक के निर्माण कार्य को लेकर जिला भू-अर्जन पदाधिकारी अजय सिंह बड़ाईक की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में हिरणपुर अंचल के अंतर्गत आने वाले 13 मौजों के मामलों पर चर्चा की गई.

समीक्षा के दौरान जिला भू-अर्जन पदाधिकारी ने बताया कि मौजा गौरीपुर और तारापुर संथाली में मुआवजा संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. गौरीपुर में रैयतों ने जमीन के उल्लिखित रकबे से अधिक भूमि पर पिलरिंग करने पर असंतोष जताया है, जबकि तारापुर संथाली में मुआवजा दर कम होने के कारण रैयत असंतुष्ट हैं. इस पर NH कर्मियों और अंचल कर्मचारियों को मिलकर इस मुद्दे का समाधान करने का निर्देश दिया गया.

साथ ही, तोड़ाई और हिरणपुर खास के रैयतों को कम मुआवजा मिलने पर अपर समाहर्ता के न्यायालय में उपस्थित होने का आदेश दिया गया, ताकि उनके मामलों को शीघ्र सुलझाया जा सके. मौजा देवपुर में एलाइनमेंट को लेकर विवाद की स्थिति बनी हुई है, जिसके समाधान के लिए 12 जून 2025 को एक बैठक का आयोजन किया जाएगा, जिसमें NH कर्मी, अंचल कर्मी, भू-अर्जन कर्मी और ग्रामीणों को शामिल किया जाएगा. बैठक में हिरणपुर अंचलाधिकारी  मनोज कुमार और संबंधित सभी कर्मचारी भी उपस्थित थे. यह बैठक परियोजना की समयबद्ध और समर्पणशील कार्यवाही के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है, जिससे स्थानीय रैयतों के असंतोष को कम किया जा सके.

रिपोर्ट: नंद किशोर मंडल/पाकुड़