धनबाद(DHANBAD): मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी और भाजपा नेत्री सीता सोरेन और पूर्व निजी सचिव देवाशीष घोष के बीच छिड़ी लड़ाई थमने का नाम नहीं ले रही है. सीता सोरेन ने देवाशीष घोष पर धनबाद और दुमका में मुकदमा कराया है. तो देवाशीष घोष ने धनबाद के न्यायालय में भाजपा नेत्री सीता सोरेन सहित नौ लोगों के खिलाफ शिकायत वाद दर्ज कराया है. देवाशीष ने शिकायत वाद में कहा है कि वह सीता सोरेन का निजी सचिव था. 6 मार्च को सीता सोरेन के साथ कतरास में एक शादी समारोह में शामिल होने आया था. समारोह में शामिल होने के बाद वह सराय ढेला के होटल में विश्राम के लिए गया था. रात को 11:30 बजे सीता सोरेन के कहने पर अन्य सभी आरोपियों ने उसके साथ मारपीट कर उससे सादे कागज पर हस्ताक्षर करा लिया. उसके सारे एटीएम कार्ड लेकर विभिन्न जगहों से चार लाख रुपए की निकासी कर ली. आगे आरोप लगाया है कि सुनील चौधरी और राहुल नोनिया ने कट्टा को जबरन उसे पकड़वाने की कोशिश की. थाना को सूचना कर सीता सोरेन ने अपने राजनीतिक पहुंच का फायदा उठाते हुए उसके खिलाफ सराय ढेला थाना में आर्म्स एक्ट के तहत झूठा मुकदमा दर्ज कराकर जेल भिजवा दिया. देवाशीष का आरोप है कि सभी आरोपियों ने उसकी गाड़ी, जमीन के कागजात व अन्य सामान छीन लिए .जो वापस नहीं किया.पूर्व पीए का यह भी आरोप है कि जब वह जेल से बाहर निकाला और इस पूरी घटना की शिकायत सराय ढेला थाना प्रभारी को 27 मई को की. लेकिन उसकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की गई. बता दें कि भाजपा नेत्री सीता सोरेन ने धनबाद के सराय ढेला थाना में मुकदमा करने के अलावे दुमका में भी मुकदमा दर्ज कराया है. दुमका में दर्ज मुकदमे में सीता सोरेन ने आरोप लगाया है कि उनके फर्जी हस्ताक्षर पर बैंक से देवाशीष ने रुपए निकाल लिए. यह रुपए पार्टी ने जामताड़ा से चुनाव लड़ने के लिए दिया था. बता दे कि सीता सोरेन लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा में शामिल हो गई थी. दुमका से भाजपा ने उन्हें उम्मीदवार बनाया था. दुमका से भी वह चुनाव हार गई. उसके बाद विधानसभा चुनाव में जामताड़ा से भाजपा ने उन्हें प्रत्याशी बनाया. लेकिन जामताड़ा में भी उन्हें हार मिली. उसे समय देवाशीष उनका निजी सहायक था.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
Recent Comments