पाकुड़(PAKUR): पाकुड़ जिले के हिरणपुर प्रखंड अंतर्गत बरमसिया गाँव में बन रही पीसीसी सड़क गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर रही है. सड़क निर्माण में न तो जेएसबी में रोलर का इस्तेमाल हो रहा है, और न ही कार्यस्थल पर सूचना पट्ट लगाया गया है.
हैरानी की बात यह है कि सड़क ढलाई के अगले ही दिन दरारें दिखने लगीं। ग्रामीणों के अनुसार, सड़क किनारे लकड़ी का पाटा लगाकर बीच की ढलाई महज 3 से 4 इंच तक सीमित कर दी गई है, जबकि मानक के मुताबिक बीच में 6 इंच से अधिक की ढलाई होनी चाहिए थी.
ग्रामीण कैमरे पर बोलने से बचते दिखे. बिना कैमरे के बातचीत में उन्होंने संवेदक पर गंभीर आरोप लगाए और कहा— यदि हम खुलकर कुछ बोलेंगे तो हमें बेवजह फंसा दिया जाएगा. काम करने वाला व्यक्ति खुद को बहुत प्रभावशाली समझता है. सबसे बड़ी लापरवाही यह है कि कार्यस्थल पर कोई भी सूचना पट नहीं लगाया गया है. न तो योजना की लागत का खुलासा है और न ही संवेदक का नाम दर्ज है. इन हालातों ने यह साबित कर दिया है कि भ्रष्टाचार किस हद तक जड़ें जमा चुका है एक ओर सड़क बन रही है और दूसरी ओर पहले दिन से ही टूटने के कगार पर है. अब सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि प्रशासन जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करता है या यह मामला भी दबा दिया जाएगा.
रिपोर्ट:नंद किशोर मंडल, पाकुड़
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