टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : राज्यसभा सांसद प्रदीप वर्मा ने हालही में रेल मंत्रालय को पत्र लिखकर रेलमंत्री से बड़बिल-रांची फास्ट मेमू ट्रेन शुरू करने की बात कही है. उनका कहना है की अगर इस मेमऊ ट्रेन की शुरुआत होती है, तो झारखंड और ओडिशा के ग्रामीण क्षेत्रों का विकास आसान हो सके. उन्होंने यह भी कहा कि कोल्हान क्षेत्र से आयरन ओर, और बॉक्साइट की ढुलाई से चक्रधरपुर रेल मंडल भारतीय रेलवे को सर्वाधिक राजस्व डेटा है, पर इन इलाकों की एक बड़ी जनसंख्या रेल आवागमन की सुविधा से अभी भी वंचित है. साथ ही उन्होंने बताया की क्षेत्र के ग्रामीणों को सड़क मार्ग से सफर करने पर अधिक किराया देना पड़ता है और समय भी काफी लगता है. वहीं अगर बड़बिल से रांची तक फास्ट मेमू ट्रेन शुरू होती है तो बड़ी संख्या में यात्री लाभान्वित होंगे.
क्या है मेमू ट्रेनें :
मेमू का मतलब "मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट" है. इस तरह की ट्रेनें एक इलेक्ट्रिक होती हैं, जो भारत में छोटे और मध्यम दूरी के मार्गों पर चलती है, खासकर ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में. साथ ही इनमें अलग से इंजन की आवश्यकता नहीं होती है, क्योंकि प्रत्येक डिब्बे में मोटर लगी होती है. ये ट्रेनें आमतौर पर 200 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करती हैं, और छोटे शहरों और बड़े शहरों के बीच यात्रा के लिए उपयुक्त हैं.
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