पलामू(RANCHI): जिला के हैदरनगर थाना क्षेत्र के अति सुदूर और नक्सल प्रभावित बरेवा गांव का बेटा संतन मेहता उर्फ पिंटू मेहता (35 वर्ष) गुरुवार को शहीद हो गया. वे पलामू पुलिस के टाइगर बटालियन में कार्यरत थे और मनातू के केदल जंगल में नक्सलियों से हुई मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए.
संतन मेहता का जीवन संघर्ष और प्रेरणा की मिसाल रहा है. पहाड़ और नक्सली प्रभाव वाले इलाके से निकलकर उन्होंने शिक्षा हासिल की और पुलिस सेवा में शामिल होकर अपना और अपने गांव का नाम रोशन किया. संतन ने प्रारंभिक शिक्षा हैदरनगर के बरेवा मध्य विद्यालय से प्राप्त की थी. इसके बाद उन्होंने हैदरनगर हाई स्कूल से आगे की पढ़ाई की.
मेहनत और लगन के बल पर वे पुलिस में 2011में भर्ती हुए. उनका विवाह वर्ष 2017 में धूमधाम से हुआ था. शहीद संतन अपने पीछे पत्नी सरिता देवी, दो पुत्रियां पूजा कुमारी (6 वर्ष)और राशि कुमारी (4 वर्ष)तथा वृद्ध माता छकनी देवी को छोड़ गए हैं. घर पर शोकाकुल परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. गुरुवार को जैसे ही उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुँचा, दर्शन के लिए लोगों का तांता लग गया.
हर आंख नम हो गई. गांव के लोग बताते हैं कि संतन बचपन से ही प्रतिभाशाली थे.
कठिन परिस्थितियों के बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी. वे गांव के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत थे. शहादत की खबर से न सिर्फ बरेवा बल्कि पूरा हैदरनगर गमगीन है. ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है कि शहीद के परिवार को सम्मान और सुरक्षा दी जाए, ताकि उनकी पत्नी और बेटियों का भविष्य सुरक्षित हो सके.
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