दुमका (DUMKA) : दुमका के दिग्घी स्थित सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय में गुरुवार को परीक्षा बोर्ड की बैठक कुलपति प्रो. कुनुल कंदिर की अध्यक्षता में संपन्न हुई. बैठक में विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. बिमल प्रसाद सिंह सहित बोर्ड के अन्य सदस्य मौजूद थे. बैठक में एनईपी (राष्ट्रीय शिक्षा नीति) अंतर्गत संचालित स्नातक पाठ्यक्रमों के छात्रों के हित में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया. निर्णय के अनुसार अब यूजी के सभी सेमेस्टरों में कॉमन कोर्स की परीक्षाएं ऑब्जेक्टिव मोड में ओएमआर शीट पर ली जाएंगी. यह निर्णय मूल्यांकन प्रक्रिया को तेज करने और परीक्षा परिणाम की त्वरित घोषणा के उद्देश्य से लिया गया है, जिससे वर्तमान में विलंबित सत्रों को नियमित किया जा सके. विश्वविद्यालय में वर्तमान में एनईपी के अंतर्गत तीन सत्र संचालित हो रहे हैं, जो विभिन्न कारणों से कुछ हद तक विलंबित हैं. बैठक में यह भी तय किया गया कि एनईपी अंतर्गत संचालित यूजी पाठ्यक्रमों के एमडीसी (मल्टी-डिसिप्लिनरी कोर्स), एबिलिटी एन्हांसमेंट कोर्स, स्किल एन्हांसमेंट कोर्स और वैल्यू एडेड जैसे कोर्स की परीक्षाएं अब ओएमआर आधारित ऑब्जेक्टिव मोड में आयोजित होंगी. हालांकि, मेजर और माइनर विषयों की परीक्षाएं पूर्व की भांति सब्जेक्टिव मोड में ही आयोजित की जाएंगी.

छात्र हित में लिया गया यह निर्णय: कुलपति प्रो. कुनुल कंदिर

इस बाबत सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कुनुल कंदिर ने कहा कि विश्वविद्यालय परीक्षा बोर्ड द्वारा लिया गया यह निर्णय छात्र हित में एक  महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने कहा कि इस निर्णय का उद्देश्य मूल्यांकन प्रक्रिया को तेज करना और परीक्षा परिणाम की त्वरित घोषणा सुनिश्चित करना है, जिससे वर्तमान में विलंबित सत्रों को नियमित किया जा सके. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का लक्ष्य परीक्षा कैलेंडर का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करना है ताकि छात्रों को समय पर डिग्री प्राप्त हो सके. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालय समय पर नामांकन प्रक्रिया संपन्न कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.

प्रयास के बाबजूद नियमित नहीं हो सका है सत्र

गौरतलब है कि विश्वविद्यालय द्वारा गत दो वर्षों से सत्रों को नियमित करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं. लेकिन एनईपी के तहत विषयों की बढ़ी हुई संख्या और मूल्यांकन प्रक्रिया में लगने वाले अतिरिक्त समय के कारण कई सत्र अभी भी विलंब से चल रहे हैं.

रिपोर्ट-पंचम झा