धनबाद (DHANBAD) : पिकनिक स्पॉट के रूप में प्रख्यात मैथन डैम अपनी हरियाली के लिए जाना जाता है. लोग प्रकृति का लुत्फ उठाने और अपने दोस्तों के साथ मनोरंजक समय व्यतीत करने यहां पर आते हैं. पिकनिक स्पॉट के रूप में इसकी पहचान पुरानी है. लेकिन समय के साथ इसका जितना विकास होना चाहिए था, वह हो नहीं पाया है. कहा जा सकता है कि मैथन डैम अपना अस्तित्व खोता चला जा रहा है. मूलभूत सुविधाओं की कमी है. बंगाल के तरफ जहां पर्यटकों को कई तरह की सुविधाएं मिल जाती हैं. वहीं झारखंड के धनबाद की तरफ गोगना के पास सुविधाओँ का घोर अभाव है. आस-पास होटल और खाने-पीने के संसाधन भी नहीं होने से पर्यटकों को शाम होते ही हर हाल में वापस लौटना पड़ता है.  

एक भी शौचालय नहीं

पर्यटक आए भी कैसे? इतने बड़े मैथन डैम में एक भी शौचालय नहीं है, ऐसे में सबसे ज्यादा महिलाओं और बच्चियों को तकलीफ़ उठानी पड़ती है. मैथन डैम में जहां-तहां गंदगी का अंबार लगा हुआ है. एक ओर पूरे देश में स्वच्छ मिशन भारत पर करोड़ो खर्च हो रहें है. टीवी अखबारों में स्वच्छता का संदेश देकर लोगों को जागरूक किया जा रहा हैं. परंतु, मैथन डैम में स्वच्छता के नाम पर मजाक के सिवा कुछ नहीं हो रहा है. मैथन डैम की देख-रेख का जिम्मा दामोदर वैली कारपोरेशन (DVC) के पास है. लेकिन, पर्यटन के विकास की जिम्मेवारी राज्य सरकार की है. मजेदार बात ये है कि कोविड के कारण पिछले दो साल से मैथन महोत्सव मनाने की योजना भी साकार नहीं हो पाई है, जबकि रघुवर सरकार में मैथन महोत्सव के लिए राशि भी आवंटित की गई थी. इधर कोरोना काल में सबसे ज्यादा नुकसान पर्यटन को ही पहुंचा है. इसके कारण यहां नाव और मोटर बोट चलाकर पेट पालने वाले नाविकों के रोजग़ार पर आफ़त आ गई है. अभी सब कुछ दुरुस्त हो ही रहा था तब तक ओमिक्रोन के संभावित ख़तरे से हर कोई परेशान है.

जल्द शुरू होगा शौचालय का निर्माण

सवाल उठने लगे हैं कि क्या मैथन डैम की सूरत बदलेगी, सुविधाएं मिलेंगी या नव वर्ष के मौक़े पर भी पर्यटकों को यूं ही गंदगी और बदबू से दो चार होना होगा. इस संबंध में एग्यारकुण्ड बीडीओ विनोद कर्मकार से जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने बताया कि यह एक गंभीर विषय है. डीवीसी प्रबंधन से पत्राचार किया गया है. उपायुक्त संदीप सिंह को शौचालय असुविधा की बात से अवगत कराया गया है. यथाशीघ्र मैथन डैम पर चार-पांच शौचालय का निर्माण हो जाएगा. तत्काल सीआईएसएफ बैरियर के पीछे शौचालय का निर्माण प्रारंभ किया जाएगा. 

रिपोर्ट : अभिषेक कुमार सिंह ,ब्यूरो हेड (धनबाद)