देवघर (DEOGHAR)- नैसर्गिक सौंदर्य और प्राकृतिक छटा से भरपूर देवघर का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल त्रिकुट पर्वत काफी लोकप्रिय है. खासकर सर्दी के मौसम में देश के कई राज्यों से पर्यटक यहां की प्राकृतिक छटा का भरपूर आनंद उठाने पहुंचते हैं. प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर इस मनोरम स्थल को प्रकृति ने दोनों हाथों से नवाज़ा है.
करोड़ों की लागत से रोप-वे का हुआ निर्माण
कश्मीर घाटी के मनोरम दृश्य का अहसास करता इसका प्राकृतिक सौंदर्य सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है. बादलों की गोद में बैठ कर प्रकृति का आनंद लेने सैलानी यहां रोप वे के जरिये पहाड़ की चोटी का सफ़र करना नहीं भूलते. झारखंड का एक मात्र रोपवे होने के कारण यहां सालों भर सैलानियों के आवागमन रहता है. पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वर्ष 2009 में करोड़ों की लागत से यहां रोप-वे का निर्माण कराया गया. संचालन का जिम्मा कोलकाता की निजी कंपनी दामोदर रोप-वे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लि. को दिया गया है. नया साल का जश्न मनाने हर साल यहां सैलानी आते हैं. पिछले दो साल से कोरोना के कारण सैलानियों की संख्या न के बराबर हो गयी थी. लेकिन इस वर्ष कोरोना के बीच सैलानियों के फिर से भीड़ उमड़ रही है. इससे रोप वे संचालक भी काफी खुश हैं. हालांकि पहाड़ के ऊपर विभाग द्वारा सैलानियों के लिए कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराने और सुरक्षा की भी कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण सैलानियों को परेशानी का सामना भी करना पड़ता है. रोपवे संचालक द्वारा स्थानीय स्तर पर जिला प्रशासन को समस्या के निजात के लिए कई बार लिखित आवेदन भी दिया,लेकिन अभी तक कोई पहल नहीं होता देख अब पर्यटन मंत्री से मिल सकारात्मक पहल की अपील करेंगे. रोपवे का आनंद लेते मनोरम स्थल को देख सैलानी इसकी प्रशंसा करने से नही चूक रहे हैं. सरकार अगर इस क्षेत्र में सुरक्षा और सुविधा उपलब्ध करा दे तो पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन भी.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा, देवघर
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