देवघर (DEOGHAR) - देवघर के बाबा मंदिर प्रांगण स्थित मुख्य मंदिर सहित पार्वती और सभी मंदिरों के शिखर पर पंचशूल को स्थापित कर दिए गए हैं. स्थापित करने से पहले सभी पंचशूलों की साफ सफाई की गई और फिर विधि विधान से पूजा अर्चना की गई. बाबा मंदिर के सरदार पंडा द्वारा पंचशूलों की विधि विधान और मंत्रोचारण के साथ पूजा अर्चना की गई. मंदिर के शिखर पर पंचशूल स्थापित करने के समय बड़ी संख्या में लोग दर्शन के लिए मौजूद रहे.
आदि काल से चली आ रही परंपरा
दरअसल महाशिवरात्रि के अवसर पर बाबा मंदिर प्रांगण स्थित सभी 22 मंदिरों के शिखर से पंचशूल को उतारा जाता है. साल में एक मात्र बार ही पंचशूल को उतारकर पूजा अर्चना की जाती है. यह परंपरा आदि काल से चली आ रही है. पंचशूल को उतारे जाने के बाद गठबंधन जैसे धार्मिक अनुष्ठान बंद रहता है. मुख्य मंदिर और पार्वती मंदिर के शिखर पर पंचशूल स्थापित होने के बाद मंदिर प्रशासन की ओर से पहले गठबंधन का कार्य किया जाता है. इसके बाद से आम श्रद्धालुओं के लिए गठबंधन कार्य शुरू हो जाता है. महाशिवरात्रि के दो दिन पूर्व पंचशूल को उतारा जाता है और अगले दिन इसको स्थापित किया जाता है.
रिपोर्ट : रितुराज सिन्हा, देवघर
Recent Comments