रांची (RANCHI) - अरसे बाद रांची स्थित पहाड़ी बाबा मंदिर में बाबा का दरबार सजा है. महाशिवरात्रि में अलग ही रौनक है. जहां भक्त सुबह से बाबा का जयकारा करते दर्शन के लिए इंतजार करते दिख रहे हैं, वहीं पूजन सामग्री बेचने वालों के चेहरे पर भी अरसे बाद रौनक दिखी है. कुछ सालों से कोराना का आघात झेल रहे लोग बाबा से सब कुछ बेहतर होने की कामना कर रहे.
सुबह से लगी कतार
अहले सुबह से ही श्रद्धालुओं की अपार भीड़ जुटी. सभी भोले भक्त बड़े ही उत्साह ओर विश्वास के साथ भोले नाथ के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे. बड़े बूढ़े हो या बच्चे और युवा, सभी श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए सुबह से ही लंबी कतार में खड़े हो थे. करीब दो से तीन घंटों के बाद भोले नाथ का दर्शन कर पाएं, लेकिन फिर भी सभी के मन में महाशिवरात्रि को लेकर खास उत्साह देखा गया.
यह है मान्यता
रांची पहाड़ी मंदिर में बाबा दर्शन के लिए केवल रांची से ही नहीं, रांची के आसपास के इलाकों से भी श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं. हालांकि श्रद्धालुओं के लिए पूरे दो साल के बाद पहाड़ी मंदिर के द्वार खोले गए. ये भी एक कारण है कि काफी बड़ी संख्या में भोले भक्त पहाड़ी मंदिर में पहुंचे हैं और ज्योतिर्लिंग पर गंगाजल, बेलपत्र, दुग्ध और चावल चढ़ा कर बाबा को रिझाया. मान्यता है कि इन सभी चढ़ावे से भगवान शिव अति प्रसन्न होते हैं और भक्त को सभी मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है.
पूजन सामग्री विक्रेतों में खुशी
कोरोना के कारण दो साल से मायूसी झेल रहे पूजन सामग्री विक्रेताओं में भीड़ देख कर प्रसन्नता है. सुबह से ही आसपास लगी दुकानों में भक्तों की भीड़ है. लंबे अर्से बाद इनकी अच्छी बिक्री हो रही है.
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