दुमका (DUMKA) - महाशिवरात्रि पर शिव विवाह संपन्न होने पर बुधवार की शाम बासुकीनाथ मंदिर प्रांगण में मर्यादा और घूंघट की रस्म संपन्न हुई, इस अवसर पर बनारस से पहुंचे शहनाई वादक काज़िम हुसैन व उनकी टीम ने शहनाई की धुन पर एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर समां बांध दिया. शहनाई वादक ने क्लासिकल और फिल्मी गीतों के धून पर वैवाहिक कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की . मर्याद की रस्म मानों दिव्य स्वरूप में शिवविवाह की अनुभूति से श्रद्धालुओं को अपने सम्मोहन में बांध रहा था. बहारों फूल बरसाओं मेरा महबूब आया है और दूल्हा का सेहरा सुहाना लगता है जैसे मनभावन गीतों से मर्याद की रस्म में उपस्थित लोग पुलकित हो उठे. मर्याद की रस्म में हजारों लोग मंदिर प्रांगण में उपस्थित होकर शिव विवाह के प्रति अपने अनुराग को प्रकट कर रहे थे. सैकड़ों महिलाएं घूंघट की रस्म के दौरान मौजूद थे मंदिर प्रांगण मे ढोल की थाप पर ढोलियों का पारंपरिक नृत्य समा बांध रहा था. देर तक चले इस कार्यक्रम में चतुर्दिक भक्तिमय के वातावरण में लोग आकंठ डूबे थे. घुंघट की रस्म के बाद एकाएक अबीर गुलाल से मंदिर प्रांगण का माहौल होली में तब्दील हो गया. रंगों का गुब्बार उमड़ते ही हर खासोआम भक्ति के रंग में रंग जाए भेदभाव मिट गए बाबा बासुकीनाथ और मैया पार्वती के जयघोष से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया. विवाह और घूंघट की रस्म के बाद बाबा बासुकीनाथ और माता पार्वती की विदाई हुई. विदाई के दौरान बासुकीनाथ नगर की परिक्रमा कर गौरा पार्वती मंदिर प्रांगण में बने कोहबर में चले गए. घूंघट की रस्म के दौरान दुमका के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला, पूर्व राज्यसभा सदस्य अभयकांत प्रसाद, कुंदन पत्रलेख, पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष मनोज पंडा,महासचिव संजय झा, कुंदन झा, राजू झा वैदिक मौजूद रहे.
रिपोर्ट : सुतिब्रो गोस्वामी, जरमुंडी, दुमका
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