टीएनपी डेस्क (TNP DESK) - प्रकृति हमारी अनमोल संपत्ति है. जो अपने आप में ही अद्भुत है. यह कब अपने सौंदर्य से आपके होश उड़ा दे, यह कह पाना मुश्किल हैं. कहते हैं आप जितने प्रकृति के करीब जाएंगे आपको उतनी ही ज़्यदा मन की शांति मिलेगी. प्रकृति कुदरत के अनगिनत रंगो से भरपूर है. प्रकृति से ही हमें रंगो का ज्ञान होता हैं. जल, जंगल, जमीन और झरना यही सब मिल कर हमारी पृथ्वी को रहने योग्य बनाते हैं. बिना प्रकृति के जीवन की आप कल्पना भी नहीं कर सकते. यही हमारे जीवन को सुन्दर, कोमल और सुशील बनाते हैं. बात अगर प्रकृति के जलवों की करें, तो भाई उनका क्या कहना। धरती के गर्भ में अनमोल खजाने छिपे हैं, जिसका खनन कर मानव विकास में इस्तेमाल किया जाता है। वहीं झारखंड, उड़ीसा और छत्तीसगढ़ की कई नदियों में सोने के कण मिलते रहे हैं. लेकिन यह कहानी एक ऐसे पेड़ की है, जिसकी पत्तियां मानो सोना उगलती हों. यह पेड़ चीन में है, जानिये डिटेल्स:
1400 साल पुराना पेड़
चीन की ज़ेन मॉनेस्टरी के एक बौद्ध मठ में प्राचीन प्रजाति का 1400 साल पुराना पेड़ है. इसका नाम जिन्कगो है. इस पेड़ की पत्तियां जब पतझड़ के मौसम में गिरती हैं तो यहां का नजारा बेहद लुभाने वाला होता है. पेड़ 1400 साल पुराना है, तो इतना तो आप समझ ही गए होंगे कि ये कोई सामान्य वृक्ष नहीं है. यह पेड़ और उसकी पत्तियां गहरे पीले रंग की हैं. इसकी पत्तियां जब ज़मीद पर गिरती हैं तो मानो पूरी धरती उसके रंग में रंग गयी हो. यहां के मठादिशों की माने तो मठ में सकारात्मक ऊर्जा होने के कारण ही यह 1400 सालों से से बचा हुआ है.
ऑटम गोल्ड
बता दें कि साल में एक बार इस पेड़ की पत्तियां लगभग 20 दिनों तक झड़ती हैं. इसे ऑटम गोल्ड यानी पतझड़ का सोना के नाम से भी जाना जाता है. इसे देखने के लिए लगभग 60 हजार लोग यहां आते हैं. इस दौरान मठ के लोग भीड़ पर काबू पाने के लिए पूरे सतर्क रहते हैं. यहां घूमने और स्टे करने के लिए लोगों के पास ऑनलाइन बुकिंग करने की भी व्यवस्था है.
पेड़ की खासियत
इस पेड़ की खासियत सोने जैसे सिर्फ पीले पत्ते ही नहीं हैं. बल्कि इसके पत्ते कई पारंपरिक चीनी दवाओं में इस्तेमाल होते है.ं साथ ही इसका आकार थोड़ा अलग किसी पंखे की तरह होता है.
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