TNP DESK: हमारे भारत में कई रहस्यमय जगहें है, और हर जगह की अलग अलग कहानी भी. आज हम इस आर्टिकल में भारत की एक ऐसी ही जगह के बारे में जाएंगे. भारत का ऐसा गांव जो रातों रात हो गया गायब था.एक वीरान गाँव, टूटी छतें, अधूरी दीवारें और उन दीवारों में आज भी दबी हुई आहें.

अचानक एक ही रात में लोग धुएं की तरह हवा में ग़ायब हो गए

भारत के रेगिस्तान में जैसलमेर से कुछ किलोमीटर दूर बसा है एक रहस्यमय गाँव जिसे लोग कुलधरा नाम से जानते है. आपको बताए सुनहरी रेत के बीच बसा यह वीरान गाँव बीते कई वर्षों से एक अनकहे रहस्य को समेटे खड़ा है.कभी पालीवाल ब्राह्मणों की समृद्ध बस्ती हुआ करता यह गाँव. फिर एक ऐसी रात आई जब अचानक एक ही रात में यूँ ही खाली हो गया, जैसे लोग धुएं की तरह हवा में ग़ायब हो गए हों. वहां के लोगों का कहना है कि, आज भी जब सूरज ढलता है, तो कुलधरा की गलियों में सन्नाटा चीखने लगता है. इस गांव की हर रात मानो उस रात की कहानी खुद लोगो को चीख चीख कर बयाँ करना चाहता हो.

क्यों दिन में भी डरते हैं लोग?

लोगों कहते हैं कि 1800 के दशक में एक ऐसी रात आई थी . जहां एक रात में पूरा गाँव अपने जगह से गायब हो गया था.लोग बताते हैं कि गाँव की बेटियों की अस्मिता को लेकर पूरे गाँव ने सामूहिक पलायन किया पर जाते-जाते पूरे गाँव को शाप दे गए.वही आज यहाँ जाने वाले लोगों का कहना है कि उन्हें पीछे से किसी के चलने की आवाज़ें आती हैं, कभी-कभी किसी लड़की के रोने की. यहां जाने के बाद आपको लगेगा कि आप किसी हॉरर फिल्म के सीन में आ गए हो.

कैसे पहुंचे और क्या है खास

कुलधारा जैसलमेर से करीब 18 किलोमीटर की दूरी पर है . यहां आप टैक्सी या गाड़ी से आसानी से पहुँच सकते हैं.कुलधरा राजस्थान के जैसलमेर में एक रहस्मय गांव है, जो अपनी वीरानता और रहस्यों के कारण खास माना जाता है.लोगों का मानना है कि यह गांव कभी पालीवाल ब्राह्मणों का समृद्ध निवास स्थान था, लेकिन अचानक एक रात सभी निवासी बिना कोई सुराग छोड़े गांव छोड़कर चले गए, और तब से यह उजाड़ पड़ा है.इस गांव में एक चुप्पी जो बोलती है, एक ऐसा गाँव जहाँ हर कोने पर इतिहास की भूतिया परछाईं पड़ी है.यह जगह फोटोग्राफर्स और एडवेंचर लवर्स के लिए भी बेस्ट स्पॉट है.