TNP DESK : हमारे झारखंड में कई धार्मिक और पवित्र स्थल है, सब जगह की अलग-अलग मान्यता और परंपरा है. इसी बीच आज हम झारखंड के ऐसे मंदिर के बारे में बात करेंगे जिससे भगवान विश्वकर्मा ने एक रात में निर्मित किया था. यह मंदिर न केवल अपनी ऐतिहासिकता के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है, बल्कि भक्तों की मनोकामनाओं को भी पूर्ण करने के लिए माना जाता है.

झारखंड का अखिलेश्वर धाम

अखिलेश्वर धाम झारखंड के लोहरदगा जिले के भंडरा प्रखंड में स्थित है .बता दे अखिलेश्वर धाम भगवान शिव विराजते हैं, मंदिर काफी प्राचीन और पवित्र स्थल है. लोगों का मान्यता है कि इसका निर्माण स्वयं भगवान विश्वकर्मा ने एक ही रात में किया था. झारखंड के प्रसिद्ध अखिलेश्वर धाम मंदिर न सिर्फ अपने ऐतिहासिकता के लिए प्रसिद्ध है बल्कि भक्तों को भरोसा है कि इस मंदिर में उनकी मनोकामना पूर्ण होती है. वजह है कि यहां 12 महीना भक्तों की भीड़ उमड़ती है.

मंदिर का इतिहास 

झारखंड में स्थित अखिलेश्वर धाम का इतिहास आठवीं शताब्दी से जुड़ा हुआ है. ऐसा माना जाता है कि रातू के महाराजा वैरीसाल ने इस मंदिर का निर्माण कराया था.आपको बताए मंदिर की वास्तुकला और नक्काशी इतनी अद्भुत है कि इसे भगवान विश्वकर्मा की कृति माना जाता है. इस मंदिर की विशेषता यह है कि मंदिर के गर्भगृह में स्थित तीन फीट ऊंचा नीले रंग का शिवलिंग विराजते है.

मुगल काल में मंदिर में लूट

इस मंदिर का इस्तीहा भी बहुत खास रहा है, जहां मंदिर को मुगल काल के दौरान लूटपाट और विध्वंस का सामना करना पड़ा था.उस समय मंदिर में लगे सोने के दरवाजे और घंटियों को लूट लिया गया, और शिवलिंग को भी क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया गया था.

अखिलेश्वर धाम में भक्तों की आस्था

अखिलेश्वर धाम में साल भर श्रद्धालुओं का आना जब लगा रहता है, पर खासकर सावन के महीने में यहां विशेष भीड़ उमड़ती है. सावन के महीने में अलग ही भक्ति देखने को मिलती है, जहां भक्त यहां आकर भगवान शिव पर जल चढ़ाते हैं और अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना करते हैं. आपको बताए मंदिर के पास स्थित तालाब में स्नान कर भक्त पूजा-अर्चना करते हैं.

कैसे पहुंचें अखिलेश्वर धाम

राजधानी रांची से लगभग 70 किलोमीटर दूर स्थित लोहरदगा जिले में स्थित अखिलेश्वर धाम मंदिर है, यह आप सड़क मार्ग से आसानी से पहुंच सकते हैं.वही यह से सामन रेलवे स्टेशन लोहरदगा है, जो रांची और लातेहार के टोरी स्टेशन से जुड़ा हुआ है. अखिलेश्वर धाम न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह झारखंड की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को भी दर्शाता है .