पटना (PATNA) : प्रशांत किशोर के राजनीतिक पार्टी नहीं बनाने और पूरे बिहार का पदयात्रा करने के ऐलान के बाद बिहार की राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई. उनके इस बयान के बाद वे सभी राजनीतिक पार्टियों के निशाने पर आ गए हैं. साथ ही बिहार के राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर हलचल शुरू हो गई है. जदयू का मानना है कि उनके बिहार में घूमने से कुछ नहीं होगा. लोकतंत्र में किसी को यात्रा करने से नाचने से या गाना गाने से रोका नहीं जा सकता है.
अलग-अलग पार्टियों ने कही ये बात
वहीं बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद का कहना है कि प्रशांत किशोर एक राजनीतिक दलाल हैं और कुछ नहीं. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि बिहार में प्रशांत किशोर को लोग जानते नहीं हैं. अभी उनको अपनी पहचान बनानी पड़ेगी. अब तक लोग उन्हें एक व्यापारी के रूप में जानते और समझते हैं. वहीं कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा कि लोकतंत्र में सबको अधिकार है कि राजनीति में अपने आप को सक्रिय रखें अपनी भूमिका को निर्धारण करें. प्रशांत किशोर जनता के समस्याओं को लेकर संघर्ष करें. अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों को प्रचार करने वाले के पास अपना कोई सिद्धांत नहीं है. पहले अपने सिद्धांत को निर्धारण करना होगा. चारों तरफ घूमने वाले का बिहार में कोई भविष्य नहीं है.
Recent Comments