पटना(PATNA): रविवार को बिहार में 67वीं बीपीएससी (67th BPSC Examination) की पीटी की परीक्षा हुई. इसका प्रश्न पत्र परीक्षा शुरू होने से पहले वायरल हो गया जिसके लिए जांच कमेटी बनाई गई और आयोग ने देर शाम इसकी पुष्टि भी कर दी. इसी कड़ी में बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने रविवार को इस मामले में ट्वीट किया. इस ट्वीट से तेजस्वी करोड़ों युवाओं के साथ दिखे. उन्होंने एक तरफ जहां छात्रों के हित को देखते हुए ट्वीट किया तो वहीं दूसरी ओर आयोग को लेकर भी बड़ी बात कह दी. तेजस्वी ने लिखा- "बिहार के करोड़ों युवाओं और अभ्यर्थियों का जीवन बर्बाद करने वाले बिहार लोक सेवा आयोग का नाम बदलकर अब 'बिहार लोक पेपर लीक आयोग' कर देना चाहिए."

 

दूरदराज से परीक्षा देने आए को 5000 का सरकार मुआवजा दे: तेजस्वी

तेजस्वी ने कहा जितने छात्रों का पेपर रद्द हुआ उनके लिए दर्द है. आप लोग कल्पना कर सकते हैं जब भी बीपीएससी का पेपर बिहार में लीक हो रहा है तो और संस्थानों का क्या हाल होगा? पेपर लिक के बारे में सदन में सरकार से कई बार हम लोगों ने जानकारी ली है. आवाज भी उठाया है लेकिन फिर भी सरकार में बैठे लोग इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. तेजस्वी यादव ने कहा बिहार के नौजवान छात्रों के भविष्य से साफ तौर पर खिलवाड़ किया जा रहा है. जो भी दोषी है उन पर कार्रवाई करनी चाहिए. दोषियों को सजा देनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी गलती ना हो. दूरदराज से जो छात्र परीक्षा देने आए थे उन लोगों को 5000 का सरकार मुआवजा दें. उन्होंने कहा कि सिस्टम में कोई ना कोई ऐसा बैठा है जो लगातार इस काम को अंजाम दे रहा है. लेकिन इसके लिए सरकार को पहले भी कहा है हम लोगों ने अभी भी कह रहे हैं सुधर जाइए. आने वाले समय में इसका अंजाम बुरा होगा.