कटिहार (KATIHAR) : बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद के गृह जिले कटिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है. जिले में बड़े पैमाने पर फल फूल रहे अवैध नर्सिंग होम के बड़े कारनामे अक्सर सामने आते रहते हैं. ताजा मामला नर्सिंग होम में प्रसूता मरीज 25 वर्षीय रिंकी खातून की पहली डिलीवरी का है. डिलीवरी के दौरान डॉक्टरों की लापरवाही के कारण कपड़े का टुकड़ा पेट में छूट जाने की वजह से महिला को जान से हाथ धोना पड़ा. घटना आबादपुर थाना क्षेत्र के ग्वाल टोली स्थित अरसे नर्सिंग होम की है.
यह है पूरा मामला
मृतिका रिंकी खातून के पति मोहम्मद शफीक ने बताया कि 2 दिन पूर्व डिलीवरी कराने को लेकर ग्वाल टोली चौकी स्थित अरसे नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था. यहां डिलीवरी कराने के लिए नर्सिंग होम संचालक मोहम्मद राजा आलम के द्वारा ₹40000 की मांग की गई थी. लेकिन तत्काल ₹20000 उन्हें दिया गया था. पैसे देने के बाद नर्सिंग होम के चिकित्सकों के द्वारा डिलीवरी कराई गई. ऑपरेशन के बाद रिंकी खातून ने एक नवजात को जन्म दिया. पहली डिलीवरी होने पर परिवार के सभी सदस्यों में खुशी छा गई. लेकिन डिलीवरी होने के कुछ घंटों बाद मरीज के पेट में काफी दर्द होने लगा. स्थिति की गंभीरता देखते हुए आनन-फानन में नर्सिंग होम संचालक द्वारा मरीज को पूर्णिया रेफर कर दिया गया. पूर्णिया के डॉक्टर ने जब मरीज का अल्ट्रासाउंड कराया गया तब वहां पता चला कि उसके पेट में कपड़ा का टुकड़ा फंसा हुआ है. इसके कारण उसके पेट में दर्द हो रहा है. डॉक्टर ने मरीज का ऑपरेशन करके में फंसा कपड़े का टुकड़ा निकाल दिया. लेकिन इंफेक्शन की वजह से कुछ ही घंटों में मरीज की मौत हो गई. परिजनों के द्वारा अधिकारी को इसकी सूचना दी गई. अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा अवैध नर्सिंग होम की जांच कराते हुए दोषी पाए जाने पर नर्सिंग होम को सील कर दिया. इस दौरान नर्सिंग होम के संचालक मोहम्मद रजा आलम भागने में सफल रहे.
बता दें कि कटिहार जिले में अवध नर्सिंग होम का धंधा जोरों पर है और ऐसे में रिंकी जैसे मासूम महिला सहित आए दिन लोगों के जान से ऐसे नर्सिंग होम खिलवाड़ करता रहता है. सूत्रों की माने तो इस पूरे खेल में स्वास्थ्य विभाग के बड़े बड़े अधिकारी भी अपनी भूमिका निभाते नजर आ रहे हैं.
Recent Comments