रांची (RANCHI) : राजधानी रांची से एक बार फिर रिश्तों को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. रांची स्थित अरगोड़ा थाना क्षेत्र की रहने वाली एक 13 वर्षीय बच्ची ने अपने मुंहबोले बुआ और फूफा पर यौन शोषण और शारीरिक उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया है. इस मामले की शिकायत दिल्ली पुलिस को मिलने के बाद वहाँ कि पुलिस ने ज़ीरो एफआईआर दर्ज कर, मामले को रांची के अरगोड़ा थाना को सौप दिया है.

दरअसल बच्ची मूलरूप से झारखंड के लातेहार जिले की रहने वाली है. जहां से उसके माता पिता ने उसे रांची अपने मुंहबोले बुआ और फूफा के पास बेहतर शिक्षा के लिए भेजा था. बच्ची का कहना है कि वह साल 2022 में रांची आई थी जिसके बाद उसके बुआ-फूफा ने स्कूल में उसका दाखिला कराया और एक दो हफ्ते तक सबकुछ ठीक चला. उसके बाद ही बच्ची की बुआ ने उससे घर का सारा काम कराना शुरू कर दिया और काम ना करने पर उससे बदसुलूकी की जाती थी. यहाँ तक की काम न करने पर नाबालिक से मारपीट भी की जाती थी.

पर अती तब हुआ जब बच्ची के फूफा ने उसके साथ लगातार यौन शोषण किया. यह सिलसिला साल 2022 से साल 2025 के फ़रवरी तक चला. वहीं चुप रहने के लिए नाबालिक को 50 हजार रुपये भी दिए गए. इधर मार्च 2025 में पीड़िता अपने मौसा-मौसी के पास दिल्ली पहुंची और उन्हें अपनी आपबीती उन्हें सुनाई. पूरा मामला जानने के बाद साउथ दिल्ली थाने में अपने मौसा-मौसी के साथ नाबालिक ने एफआईआर दर्ज कराई जिसमें इन सब बातों का खुलासा हुआ है.

दिल्ली पुलिस ने बताया की नाबालिग ने साउथ दिल्ली थाने में अपने रिश्तेदारों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. क्योंकि घटना रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र का है और आरोपी भी यहीं रहते हैं, इसलिए दिल्ली पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर मामले को रांची पुलिस को सौंप दिया  है.

मामले को लेकर अरगोड़ा थाना प्रभारी ब्रह्मदेव प्रसाद ने बताया कि जीरो एफआईआर के आधार पर रांची पुलिस ने भी मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है और जल्द ही इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी.

बताते चलें कि नाबालिग ने जिस व्यक्ति पर यौन शोषण का आरोप लगाया है, वह रांची के हरमू हाउसिंग कॉलोनी में रहता है. साथ ही पेशे से केंद्र सरकार के एक कार्यालय में वरिष्ठ अधिकारी है.