टीएनपी डेस्क: पंजाब नेशनल बैंक से 13,850 करोड़ रुपये लोन के धोखाधड़ी का आरोपी हीरा कोराबारी मेहुल चोकसी पुलिस के गिरफ्त में आ गया है. बेल्जियम पुलिस ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और ED के कहने पर बेल्जियम के एक अस्पताल से शनिवार को मेहुल चौकसी को गिरफ्तार किया. फिलहाल मेहुल चौकसी अभी जेल में है. अब जल्द ही मेहुल चोकसी को भारत लाने की तैयारी की जाएगी.

दरअसल, मेहुल चोकसी कैंसर के इलाज के बहाने बेल्जियम पहुंचा था और वहां से वह स्विट्जरलैंड भागने की  फिराक में था. लेकिन इससे पहले ही वह भारतीय एजेंसियों के जाल में फंस गया. वहीं, भारतीय जांच एजेंसियां मेहुल की हर गतिविधि पर नजर बनाए रखी हुई थी. ऐसे में जैसे ही मेहुल के स्विट्जरलैंड भागने की बात सामने आई वैसे ही भारतीय एजेंसियों ने बेल्जियम जांच एजेंसियों को अलर्ट कर दिया और मुंबई कोर्ट से जारी अरेस्ट वारंट समेत मेहुल से जुड़े सारे दस्तावेज बेल्जियम जांच एजेंसियों को भेज दिए. जिसके बाद बेल्जियम की सुरक्षा एजेंसियों ने मेहुल चोकसी को गिरफ्तार कर लिया.

बता दें कि, साल 2018 में पंजाब नेशनल बैंक में 13,850 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था. जो सबसे बड़ा वित्तीय धोखाधड़ी का मामला था. इस घोटाले में हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी और उसका भतीजा नीरव मोदी शामिल था. घोटाले की शुरुआत साल 2011 से बैंक द्वारा जारी फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग के जरिए की गई थी जो सात साल यानी 2018 तक चली. इस घोटाले से पीएनबी के शेयर्स में भारी गिरावट भी आ गई थी. निवेशकों को काफी नुकसान झेलना पड़ा था.  

वहीं, इस मामले में सीबीआई और ईडी मेहुल चोकसी के खिलाफ मुकदमा चला रही है. साल 2018 में PNB घोटाला सामने आने से पहले ही मेहुल और नीरव मोदी भारत छोड़ चुके थे. चोकसी ने घोटाले के सामने आने से पहले ही भारत छोड़ एंटीगुआ जाने की प्लानिंग कर ली थी. जिसके लिए उसने एंटीगुआ की नागरिकता भी ले ली थी. वहीं, साल 2021 में डोमिनिका में मेहुल चोकसी को पकड़ लिया गया था. लेकिन 51 दिन जेल में गुजरने के बाद मेहुल चोकसी को ब्रिटिश क्वीन की प्रिवी कौंसिल से राहत मिल गई थी.