टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : अनंत चतुर्दशी और गणपती विसर्जन 6 को है या 7 सितंबर को, इस बात का कंफ्यूजन लोगोंं को परेशान कर रहा है. ऐसे में परंपरा के अनुसार दोनों ही पर्व भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाए जाते हैं. इस बार पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि 5 सितंबर, शुक्रवार की रात 03 बजकर 13 मिनिट से शुरू होगी, जो 6 सितंबर, शनिवार की रात 01 बजकर 41 मिनिट तक रहेगी. अब क्योंकि उदयातिथि में चतुर्दशी तिथि 6 सितंबर को है, इसलिए इसी दिन अनंत चतुर्दशी का व्रत किया जाएगा.

पूजा का शुभ मुहूर्त : 
सुबह 07:47 से 09:19 तक
दोपहर 12:00 से 12:49 तक (अभिजीत मुहूर्त)
दोपहर 12:25 से 01:57 तक
दोपहर 03:30 से 05:03

अनंत चतुर्दशी पर बन रहा है दुर्लभ संयोग : 
इस बार अनंत चतुर्दशी का त्योहार शनिवार को मनाया जाएगा. शनिवार को न सिर्फ दान पुण्य के शुभ दिन माना जाता है बल्कि यह दिन शनिदेव की कृपा पाने के लिए भी सबसे उत्तम है. वहीं इस बार अनंत चतुर्दशी शनिवार को पड़ रही है इसलिए इस दिन भगवान विष्णु, भगवान गणेश और शनिदेव दोनों की कृपा एक साथ मिलेगी. ऐसे में इस दिन किए गए दान का विशेष महत्व माना गया है.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन विशेष रूप से काले तिल, सरसों का तेल, नीले फूल और काले वस्त्र का दान करना चाहिए. ऐसा करने से शनि दोष का प्रभाव कम होता है और भाग्य मजबूत होता है. साथ ही हनुमान जी के समक्ष दीपक जलाना भी शुभ माना गया है, क्योंकि शनिदेव पर हनुमान जी की विशेष कृपा रहती है. इस प्रकार अनंत चतुर्दशी और गणपति विसर्जन का यह संयोग भक्तों के लिए शुभ फल और पुण्य प्राप्ति का अवसर लेकर आ रहा है.