टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : नवरात्रि के नौवे दिन यानि की महानवमी को कन्या पूजन किया जाता है. ऐसे में कन्या पूजन के दौरान छोटी-छोटी कन्याओं के पैर धो कर उन्हें भोजन करने की परंपरा है. इसके अलावा उन्हें उपहार और श्रीनगर की चीजें भी भेट स्वरूप दी जाती हैं और उनसे आशीर्वाद लिया जाता है. ऐसे में पूजन विधि की रस्में तो हम सभी जानते हैं पर क्या आप ये जानते हैं की कन्या पूजन के दौरान क्या नहीं करना चाहिए?

पूजन में क्या न करें 
तामसिक भोजन: प्याज, लहसुन, मांस आदि का सेवन न करें और न ही कन्याओं को खिलाएं. 
वाद-विवाद और नकारात्मकता: पूजन के दिन वाद-विवाद और कठोर विचारों से बचें. 
खाली हाथ विदा न करें: कन्याओं को उपहार या दक्षिणा दिए बिना खाली हाथ न जाने दें. 
अशुद्ध स्थान: पूजा स्थल और कन्याओं के बैठने की जगह को शुद्ध और स्वच्छ रखें. 
अनावश्यक काम: कन्याओं के विदा होने के तुरंत बाद घर की साफ-सफाई करने से बचें
अपमान न करें: किसी भी कन्या का अपमान, कठोर व्यवहार या उन्हें दुख पहुँचाने से बचें, क्योंकि वे देवी का स्वरूप हैं.

कन्या पूजन विधि
कन्या पूजन के दिन सुबह घर की सफाई करने के बाद हलवा, चने और पूड़ी का भोग बनाएं. इसके बाद मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करें. व्रत कथा का पाठ करें. आरती कर भोग लगाएं. इसके बाद कन्या पूजन करें. कन्याओं को भोजन कराने के बाद उन्हें श्रद्धा अनुसार दक्षिणा दें और पैर छूकर आशीर्वाद प्राप्त करें.