Ranchi-पूर्व सीएम हेमंत एक बार फिर से विधान सभा के अंदर अपने धारदार और धाराप्रवाह भाषणों के साथ देखे जा सकते हैं, उनके द्वारा 23 फरवरी से शुरु होने वाले बजट सत्र में भाग लेने के लिए पीएमएलए कोर्ट से इसकी अनुमति की मांग भी गई है. हालांकि यह अनुमति कितने दिनों की होगी, अभी इसको लेकर कुछ साफ नहीं है, क्योंकि बजट सत्र का संचालन आठ दिन होना है. इस हालत में यह देखना होगा कि उन्हे कितने दिनों के लिए भाग लेने की अनुमति मिलती है, कांग्रेसी विधायकों की नाराजगी के बीच यह खबर सीएम चंपाई के लिए बड़ी राहत भरी हो सकती है, पूर्व सीएम की एक कोशिश और आश्वासन के बाद इन विधायकों की नाराजगी दूर हो सकती है.

चंपाई सरकार का बहुमत साबित करने के समय भी उपस्थित थें हेमंत

यहां यह भी ध्यान रहे कि इसके पहले हेमंत सोरेन चंपाई सोरेन सरकार का बहुमत साबित करने के दिन भी विधान सभा में मौजूद थें, और उस दिन के उनके भाषण को अब तक का सबसे यादगार भाषण बताया जा रहा है, इस प्रकार हेमंत सोरेन के पास एक बार फिर से भाजपा को कटघरे में खड़ा करने का मौका होगा, और इसके साथ ही वह अपने विधायकों और नेताओं से वर्तमान सियायी चुनौतियों की जानकारी भी प्राप्त कर सकेंगे. निश्चित रुप से हेमंत सोरेन का विधान सभा में पहुंचने के बाद पूरे देश नजर उन पर होगी, वह विधान सभा में जिन मुद्दों को उठायेंगे, वह उस दिन की सुर्खियां बनेगी. यह अवसर उनके लिए झारखंड की जनता के साथ सीधा संवाद का भी होगा, क्योंकि विधान सभा के अंदर वह जो कुछ भी बयां, उसकी गूंज झारखंड के सुदूर्वर्ती इलाकों तक जायेगी, साथ ही उनकी पार्टी के कैडरों का हौसला आफाजाई भी होगा.

आप इसे भी पढ़े

Big Breaking-सुप्रीम कोर्ट से भाजपा को करारा झटका, चंडीगढ़ मेयर सीट के लिए आप-कांग्रेस उम्मीदवार विजयी घोषित

Big Breaking- पूर्व सीएम हेमंत के खिलाफ एक और मामला दर्ज, समन का सम्मान नहीं करने के आरोप में ईडी ने दर्ज करवाया मामला

विधायकों की नाराजगी डूबा ना दे राजेश ठाकुर की कुर्सी! विधायक इरफान का दावा, आलाकमान ने दे दिया मंत्रिमंडल से लेकर प्रदेश संगठन में बड़े बदलाव के संकेत

कांग्रेस की झोली में गोड्डा! दीपिका पांडेय सिंह की लॉटरी या फिर प्रदीप यादव या फुरकान पर दाव

नाराज विधायकों की नाराजगी फुस्स! आलाकमान का सवाल पुराने मंत्रियों की विदाई तय, लेकिन चार नये चेहरे कौन?

नाराजगी, असंतोष, विद्रोह या कोलकता कैश कांड-2 की तैयारी! विधायक इरफान के दावे से उमड़ता सवाल

झारखंड के बाद अब एमपी कांग्रेस में पतझड़! “कमल” के हुए कमलनाथ! दिग्विजय सिंह का पलटवार, जो डर रहे हैं, बिक रहे हैं, जा रहे हैं