रांची (RANCHI) : "मजदूर हित में इंटक को एकजूट होना जरूरी हो गया है. विभिन्न गुटों में बंटे इंटक की एकजुटता से प्रबंधन को मजदूर हित में निर्णय लेने के लिए बाध्य होना पड़ेगा. मजदूर हित में इंटक की एकजुटता के लिए मैं भरपूर प्रयास करुंगा." यह बातें राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक (के० के० तिवारी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष  के०एन० त्रिपाठी ने रांची में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कही है.

प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक विभिन्न गुटों में बता हुआ है, जो मजदुर हित में नहीं है. वहीं प्रबंधन हमेशा आपसी मतभेद का फायदा उठा कर मजदूरों और गरीबों का शोषण कर रहा है. ऐसे में यदि हम एक जूट हो जाएं तो इंटक के करीब साढ़े तीन करोड़ सदस्यों की चट्टानी एकता को देखकर प्रबंधन को मजदूरों की उचित मांगों को मानने के लिए बाध्य होना पड़ेगा. 

इंटक की एकजुटता को अति आवश्यक बताते हुए उन्होंने कहा कि इंटक रेड्डी गुट के अध्यक्ष संजीव रेड्डी ने भी पिछले दिनों जमशेदपुर में इस बात को स्वीकारा है कि आपसी लड़ाई के कारण प्रबंधन हावी है. सभी मजदूर जो संगठित और असंगठित, स्थाई और अस्थाई एवं कॉन्ट्रैक्ट मजदूरों का शोषण बंद होगा. इन्हें न्याय मिलेगा और कांग्रेस पार्टी को मजबूती मिलेगी.

के. एन. त्रिपाठी ने आगे कहा कि फरवरी 2026 में एक अधिवेशन का आयोजन कर पूरे देश से इंटक के सभी गुटों के पदाधिकारियों एवं सदस्यों को आमंत्रित किया जायेगा. उस अधिवेशन में सभी लोगों को एक साथ एक मंच पर बैठ कर इस दिशा में आगे बढ़ेंगे और आपसी एकता और सहमति से मजदूरों की विभिन्न समस्याओं का समाधान तलाशेंगे. प्रेस कॉन्फ्रेंस में अभय कुमार दुबे, परीक्षित तिवारी तथा बैद्यनाथ पांडेय उपस्थित रहे.