दुमका (DUMKA) : बिहार में विधान सभा का चुनाव चल रहा है और इस बार के चुनाव में शराबबंदी भी एक मुद्दा है. कोई दल इसके पक्ष में है तो कोई इसके विपक्ष में. फिलहाल बिहार में शराबबंदी है, इसके बाबजूद समय समय पर बिहार में जहरीली शराब से मौत की खबरें आती है. शराब माफिया पड़ोसी राज्यों से शराब की खेप बिहार पहुंचाता है.

908 लीटर विदेशी शराब जप्त, अनुमानित कीमत लगभग ₹6.55 लाख

चुनाव के समय शराब की मांग और बढ़ जाती है. बिहार से सटा झारखंड का दुमका जिला है. दुमका पुलिस समय समय पर शराब की बड़ी खेप पकड़ कर शराब माफिया के मंसूबों पर पानी फेर दिया जाता है. एक बार फिर पुलिस ने दुमका जिला के काठीकुंड थाना के चांदनी चौक के पास शराब लोड पिकअप वैन को जप्त किया. काठीकुंड थाना की पुलिस ने बुधवार की रात चांदनी चौक के पास  पिक अप वैन से 5040 बॉटल यानी कुल 908 लीटर विदेशी शराब जब्त की है. शराब की बाजार में कीमत करीब 6.55 लाख बताई जा रही है. शराब पाकुड़ के रास्ते दुमका होकर बिहार जानी थी. पुलिस की लाख कोशिश के बाद भी शराब माफिया मनोज मंडल भागने में सफल रहा. पुलिस ने शराब जब्त कर पिकअप वैन के चालक जामताड़ा के उदलबानी गांव के लखन महतो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

पिकअप वैन में सब्जी के नीचे छुपा कर ले जाया जा रहा था शराब

काठीकुंड थाना प्रभारी त्रिपुरारी कुमार ने बताया कि रात को सूचना मिली कि एक ट्रक से शराब दुमका की ओर आ रही है. सूचना पर वाहन जांच अभियान चलाया गया. इसी क्रम में चांदनी चौक के पास वाहन को रोका तो चालक ने बताया कि अंदर सब्जी भरी हुई है. पुलिस के जवानों ने जब वाहन के अंदर जाकर जांच की तो सब्जी के खाली कैरेट के नीचे कई कार्टन में शराब भरी हुई थी. हर कार्टन पर फार सेल इन उत्तरप्रदेश ओनली लिखा था. जांच के क्रम में शराब का धंधेबाज मनोज मंडल रात का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा.

बिहार में खपानी थी शराब, कहीं बिहार चुनाव को प्रभावित करने की मंशा तो नहीं!

जांच में पुलिस को पता चला कि शराब पाकुड़ के रास्ते दुमका के गुहियाजोरी में उतरने वाली थी. यहां से शराब को बिहार भेजने की तैयारी थी. वाहन चालक को इतना आदेश मिला था कि गुहियाजोरी में ट्रक अन लोड करना है. चालक इससे ज्यादा कुछ बता नहीं सका. इस अवैध धंधे में शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा रही है. थाना प्रभारी का कहना है कि फरार शराब माफिया की तलाश जारी है.