धनबाद (DHANBAD) : बिहार विधानसभा चुनाव के पहले एनडीए नेताओं में भी खूब खींचतान चल रही है.  एक महीने के भीतर डिप्टी सीएम विजय सिन्हा  और मंत्री अशोक चौधरी एक बार फिर टकरा गए.  विजय सिन्हा  भाजपा के हैं तो अशोक चौधरी जदयू के नेता है.  दोनों में खूब कहा -सुनी हुई.  दरअसल, नीतीश कैबिनेट की बैठक के दौरान दोनों नेताओं के बीच बाता बाती  हुई.  कई मंत्रियों ने बीच बचाव कर  शांत कराया.  एक महीना पहले भी एनडीए विधानमंडल की बैठक में दोनों के बीच टकराहट हुई थी.  पटना में 26 अगस्त को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में राज्य कैबिनेट की बैठक हुई. 

कैबिनेट की बैठक में आज फिर भिड़ गए 
 
बैठक के दौरान डिप्टी सीएम और ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी के बीच गरमा गरम बहस शुरू हो गई.  उसके बाद जब बैठक खत्म हुई तो सभी मंत्री बाहर निकल रहे थे.  फिर दोनों नेता आपस में उलझ गए.  दोनों एक दूसरे के खिलाफ जुबानी हमले तेज करने लगे.  सूत्र बताते हैं कि दोनों के बीच कृषि विभाग की एक जमीन को लेकर विवाद हुआ.  विजय सिन्हा  कृषि मंत्री भी है.  अशोक चौधरी ने विजय सिन्हा  से कॉलेज निर्माण के लिए कृषि विभाग की जमीन का  हस्तांतरण करने को कहा.  इस पर विजय सिन्हा  का जवाब था कि मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग की जमीनों के ट्रांसफर पर लोग रोक लगा रखी है.  उनके आदेश के बिना जमीन ट्रांसफर नहीं हो सकती.  इस पर अशोक चौधरी नाराज हो  गए और उन्होंने कहा कि वही हमेशा कृषि मंत्री बने रहेंगे क्या? दोनों नेताओं को उलझता देख वहां मौजूद मंत्रियों ने स्थिति को संभाला.  

21 जुलाई को भी दोनों में हुआ था विवाद 

21 जुलाई को बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान एनडीए विधायक दल की बैठक में विजय सिन्हा  और अशोक चौधरी के बीच तकरार हो गई थी.  बैठक में भाजपा विधायकों ने अशोक चौधरी के ग्रामीण कार्य विभाग में ग्लोबल टेंडरिंग की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए बड़े ठेकेदारों को काम  देने का आरोप लगाया था.   वैसे भी अभी बिहार में ग्रामीण कार्य विभाग चर्चा में है.  बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को आरोप लगाया था कि दो मंत्रियों के बीच लड़ाई की वजह से ग्रामीण विकास विभाग के अभियंता के यहां रेड  पड़ा और उसे छापे  में भारी मात्रा में नगदी बरामद किए गए.  तेजस्वी यादव ने यह भी  आरोप लगाया था कि टीम के पहुंचने पर घर में नोटों का बंडल जलाए जाने लगा.  जिस वजह से पाइप जाम हो गई थी.  खैर आज भाजपा और जदयू के मंत्री ही आपस में भिड़ गए, देखना है चुनाव के पहले और क्या-क्या होता है.

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो