धनबाद(DHANBAD) |  धनबाद जेल की अब  शिफ्टिंग होगी, प्रक्रिया तेज कर दी गई है.  जमीन चिन्हित करने का काम आगे बढ़ रहा है.  धनबाद जेल का निर्माण अंग्रेजों के समय हुआ था.  उस समय इतनी आबादी नहीं थी.  धीरे-धीरे शहर फैलता गया और आसपास लोग बसते चले गए.  धनबाद जेल के अगल-बगल घनी आबादी हो गई है.  धनबाद जेल में बंद कैदियों से मिलने के लिए रोज उनके परिजन आते -जाते है.  ऐसे में ट्रैफिक की समस्या भी पैदा हो जाती है.    जानकारी के अनुसार धनबाद जेल की क्षमता 800 कैदियों की है.  कभी-कभी संख्या बढ़कर 1500 तक पहुंच जाती है.  इसलिए अब बड़े जेल की जरूरत भी महसूस की जा रही है.  घनी आबादी की वजह से जेल की सुरक्षा भी खतरे में पड़ सकती है. जेल आईजी ने भी पिछले महीने धनबाद जेल का निरीक्षण किया था.  उन्होंने भी कहा था कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से धनबाद मंडल कारा को दूसरी जगह शिफ्ट करने की जरूरत होगी.  जेल  बाउंड्री से सटे मकान बन गए है.  जेल की सुरक्षा के लिए यह  मकान खतरा हो सकते है. 

2016  से ही जेल शिफ्टिंग की चल रही बात 
 
बता दें कि 2016 में ही धनबाद  जेल की शिफ्टिंग की बात हुई थी.  जमीन चिन्हित करने का काम शुरू भी किया गया था, लेकिन वह फाइनल स्टेज में नहीं पहुंच पाय.  नतीजा हुआ कि फिर से इस काम को गति देने की कोशिश की गई है. इधर ,शनिवार को उपायुक्त  सुश्री माधवी मिश्रा की अध्यक्षता में कारा सुरक्षा समिति की बैठक हुई. बैठक के दौरान उपायुक्त एवं एसएसपी ने कारा सुरक्षा, कारा में कैदियों- बंदियों के लिए  मूलभूत सुविधाएं, कैदियों-बंदियों के परिजनों से मुलाकाती, स्वास्थ्य सुविधाएं, सीसीटीवी कैमरा सहित अन्य आवश्यक बिंदुओं पर समीक्षा किये.  इस दौरान उपायुक्त एवं एसएसपी ने जेल सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने, निगरानी को मजबूत करने और अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. 

जमीन चिन्हित करने के लिए  अपर समाहर्ता  को मिला आदेश 

साथ ही उपायुक्त ने नए कारा निर्माण के लिए जमीन चिन्हित करने के लिए  अपर समाहर्ता को निर्देशित किया.  इसके अलावा उन्होंने जेल अंतर्गत वॉच टावर, बाउंडरी वॉल, वार्ड, वीसी रूम, मीटिंग रूम, शौचालय, अप्रोच एवं इंटरनल सड़क, आदि की जानकारी ली.  उन्होंने भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को वॉच टावर एवं एप्रोच रोड की मरम्मती के लिए  आवश्यक निर्देश दिए.  वहीं जेल में फायर सेफ्टी, फर्स्ट एड किट दुरुस्त रखने के भी निर्देश दिए.  उपायुक्त ने सिविल सर्जन को डॉक्टरों के नियमित उपस्थिति  एवं महिला डॉक्टर को हफ्ते में एक दिन की प्रतिनियुक्ति की नियमित जांच करने को कहा. बैठक में उपायुक्त सुश्री माधवी मिश्रा, वरीय पुलिस अधीक्षक  एच पी जनार्दनन, एडीएम लॉ एंड आर्डर  पीयूष सिन्हा, अपर समाहर्ता  विनोद कुमार, एसडीएम राजेश कुमार समेत स्पेशल ब्रांच एवं जेल के अधिकारी मौजूद रहे. 

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो