रांची(RANCHI): मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को लेकर एक अपडेट सामने आया है.बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग ने सभी जिला को पैसा भेज दिया है. 9 और 10 किस्त अब एक साथ बेटी बहन के खाते में भेजी जाएगी. इसे लेकर विभाग पूरी तरह से तैयार है.इस खबर में आपको बताएंगे की आखिर कितना पैसा कौन से जिला को मिला है. साथ ही कब तक पैसा खाते में भेजा जाएगा.         

हेमंत सरकार की महत्वकांक्षी मंईयां सम्मान योजना की राशि पिछले दो महीनों से नहीं मिली है. इसे लेकर तरह-तरह की चर्चाए, शोर औऱ राज्य सरकार पर सवाल खड़े हो रहे थे. लेकिन, जिस तरह की प्रतिबद्धता प्रदेश सरकार ने अपनी महत्वकांक्षी योजना के लिए दिखाई है, इससे कहा जा सकता है कि हर हाल में महिलाओं को मासिक किस्त मंईयां योजना की देने के लिए तैयार है. बेशक बीच-बीच में योजना की राशि लटक जा रही है. लेकिन सरकार एकमुश्त सभी के खाते में बाकी के पैसा देगी.

 इस बार भी दो महीनों की किस्त बची हुई है. बहुत जल्द हेमंत सरकार एक से दो दिन में सभी लाभुकों के बैंक एकाउंट में एक साथ पांच हजार रुपए दे देगी. क्योकि इसके लिए राशि आवंटित कर दी है. इसलिए चिंता करने औऱ सरकार की मंशा पर सवाल उठाने जैसी बाते सोचनी नहीं चाहिए.

महिला एवं बाल विकास विभाग ने 9 हजार 609 करोड़ की राशि सभी जिलों को आवंटित कर दी है. यानि खटाखट पैसा लाभुकों के एकाउंट में आना तया है. आईए सिलसिलेवार ढंग से जानते है कि किस जिले को कितना पैसा मंईयां सम्मान के लिए आवंटित किया गया.

सबसे अधिक पैसा गिरिडीह जिले को मिला, सरकार ने लाभुकों के लिए 907 करोड़ 50 लाख रुपए आवंटन किया है हैं. वही दूसरे नंबर पर रांची जिला है, जिसे 823 करोड़ 50 लाख रुपए दिया गया है. तीसरे नंबर पर धनबाद जिला है, जिसे 670 करोड़ 50 लाख रुपए और चौथे नंबर पर बोकारो जिले को 639 करोड़ रुपया मिला है. इसके बाद पांचवे नंबर पर पलामू जिला है, जिसे 559 करोड़ 50 लाख रुपए मिले हैं. सभी जिलों में महिला एवं बाल विकास विभाग ने पैसा दे दिया है.

मंईयां सम्मान योजना हेमंत सोरेन सरकार की एक महत्वकांझी योजना है, इसके सहारे सत्ता की सीढ़ी चढ़ने में मदद मौजूदा सरकार को मिली. लेकिन, यह योजना एक चुनौती की तरह भी राज्य सरकार के लिए बन रही है. क्योंकि इसमे कई तरह के झमेले औऱ गड़बढ़झाले सामने आए है. हकदार को इसमे पैसा नहीं मिला, बल्कि जो इसकी अहर्ता नहीं रखते थे. उन्होंने इसका पैसा फर्जी तरीके से उठाया. इसके चलते सूबे की सरकार को इसकी जांच करनी पड़ी और उन फ्राड लाभुकों की छंटनी की गई, जो ठगी करके पैसा ले रहे थे. जांच और सत्यापन प्रक्रिया में इतनी पेचिदगिंया और गलतियां सामने आई कि एक दो नहीं बल्कि लाखों लाभुक अपात्र पाये गये.क्योंकि ये सभी इसके मानक पूरा नहीं कर पा रहे थे. किसी ने ठीक से अपने दस्तावेज नहीं जमा कराए था,तो कईयों का बैंक खाते से आधार लिंक नहीं था.

बात में सच्चाई तो ये भी है कि हर महीने सरकार अभी 54 लाख महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना की राशि दे रही है. इसके चलते एक अच्छी-खासी रकम सरकार के खजाने से जाती है. इसे देना लाजमी है कि अपने आप में एक बड़ी चुनौती है. अब पैसा आवंटित कर दिया गया है औऱ बहुत जल्द ही खटाखट बैंक खाते में लाभुकों को पैसा आएंगे और दो महीने का एकसाथ पांच हजार रुपए मिलेगा.