आरा (ARA)- भोजपुर के राजापुर दियारा के कामलुचक बालू घाट पर एक बार फिर बालू माफियाओं की बंदूकें गरजी हैं. बालू माफियाओं द्वारा अवैध बालू खनन एवं वर्चस्व को लेकर बैंक कर्मी समेत दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई. मामला कोईलवर थाना क्षेत्र का है.
एक पटना तो दूसरे यूपी के थे निवासी
इस घटना के बाद गांव एवं आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई है. घटना की सूचना मिलते ही भोजपुर एएसपी सह सदर एसडीपीओ हिमांशु एवं कोईलवर थाना पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. शवों का पोस्टमार्टम आरा सदर अस्पताल में करवाया. इसके बाद पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी और मामले की छानबीन में जुट गई है. मिली जानकारी के अनुसार मृतकों में उत्तर प्रदेश के महाराजागंज के बेलभरिया गांव निवासी खेदु के 34 वर्षीय पुत्र दुर्गेश हैं. वह आरा के नवादा थाना क्षेत्र के जज कोठी स्थित मणिपुरम बैंक में क्लर्क के रूप में कार्यरत थे. जबकि दूसरे मृतक की पहचान पटना के नौबतपुर थाना क्षेत्र के निवासी 40 वर्षीय संजीत कुमार के रूप में हुई है. उसके पिता का नाम जगपति नारायण शर्मा है. संजीत पेशे से मुंशी का काम करते थे.
वर्चस्व को लेकर हुई गोलीबारी
मृतकों के मित्र दीपक सिंह ने बताया कि उनके पार्टनर कामेश्वर राय का कोईलवर थाना क्षेत्र के राजापुर गांव दियारा स्थित कामलुचक बालू घाट का टेंडर हुआ था. उसी बालू घाट का शुभारंभ करने को लेकर सभी लोग कामलुचक बाकू घाट पर पूजा करवा रहे थे जहां करीब ढाई सौ की संख्या में लोग पूजा में शामिल होने आए हुए थे. उसी समय दूसरे पक्ष के पचास की संख्या में लोग वहां आ धमके और ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे. फायरिंग होते ही लोगों के बीच भगदड़ मच गई. तभी भगदड़ में भागने के दौरान दोनों को गोली लग गई. दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. इसके बाद अपनी जान बचाकर सभी लोग कोईलवर थाना पहुंचे और इसकी जानकारी कोईलवर थाना पुलिस को दी. भारी संख्या में पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए आरा सदर अस्पताल ले आई.
मृतकों के मित्र दीपक सिंह ने वर्चस्व कायम रखने एवं अवैध बालू खनन को लेकर सत्येंद्र पंडित नामक व्यक्ति एवं उसके अन्य साथियों पर गोली मारकर हत्या करने एवं कई राउंड फायरिंग करने का आरोप लगाया है. बता दें कि बीते साल एक मई से जिले में बालू खनन पर रोक लगी थी. पिछले माह से ही बालू घाटों की बंदोबस्ती हुई है. इसके बाद ही बालू घाटों से खनन व ढुलाई शुरू हुई है. जिस घाट पर यह वारदात हुई है, उस पर वैध रूप से अब तक तीन ट्रैक्टरों का ही चालान कटा है. इससे जाहिर है कि उक्त घाट पर अवैध खनन के लिए वर्चस्व को लेकर ही घटना हुई है.
Recent Comments