गया(GAYA): बिहार से आए दिन अलग-अलग जिलों से प्रशासन की लापरवाही का मामला सामने आता रहता है, जहां कभी डोगेस जी का जाति प्रमाण पत्र बनता है तो कभी सीएम नीतीश कुमार का.एक बार फिर बिहार के गया जिला से एक ऐसा ही मामला सामने आया है. जहां बुलेट बाइक का जाति प्रमाण पत्र बनकर तैयार हो चुका है. गया जिले के डोभी अंचल आरटीपीएस काउंटर पर जाति प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन किए गए दो अनोखे आवेदन मिले, जिन्हें देखकर हर कोई दंग रह गया.

नाम ‘बुलेट’, पिता का नाम ‘फॉर्च्यूनर’ और माता का नाम ‘डिफेंडर’

पहले आवेदन में आवेदक का नाम ‘बुलेट’, पिता का नाम ‘फॉर्च्यूनर’ और माता का नाम ‘डिफेंडर’ लिखा गया था.इतना ही नहीं, साक्ष्य के रूप में रॉयल एनफील्ड बुलेट मोटरसाइकिल की तस्वीर तक अपलोड कर दी गई थी.आवेदन में गांव, पंचायत, थाना और मोबाइल नंबर तक दर्ज किए गए थे.

पढ़ें क्या हैं दूसरा मामला 

इसी तरह दूसरा आवेदन भी उतना ही चौंकाने वाला था. उसमे आवेदक का नाम ‘हवाझुंझ’, पिता का नाम ‘किसी क्विज’ और माता का नाम ‘भाव क्विज’ लिखा गया था. इस आवेदन के साथ प्रमाण स्वरूप कुशल युवा कार्यक्रम का विज्ञापन संलग्न किया गया था.

जांच के बाद हुआ खुलासा

जब यह आवेदन आरटीपीएस काउंटर पर पहुंचे, तो अधिकारियों को शक हुआ और तुरंत जांच कराई गई. राजस्व कर्मियों की जांच में यह दोनों आवेदन फर्जी और शरारतपूर्ण पाए गए.जांच रिपोर्ट में कहा गया कि इस तरह की हरकत जानबूझकर सरकारी व्यवस्था और कर्मियों की छवि खराब करने के उद्देश्य से की गई है.

प्राथमिकी दर्ज

मामला गंभीर मानते हुए डोभी के अंचलाधिकारी (सीओ) ने दोनों मामलों को लेकर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है. पुलिस अब उन शरारती तत्वों की पहचान करने में जुटी है जिन्होंने यह फर्जी आवेदन कर प्रशासनिक कामकाज में बाधा डालने की कोशिश की.

अफसरों ने दी चेतावनी

प्रशासन ने साफ कहा है कि इस तरह की हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी. आरटीपीएस सेवा आम लोगों की सुविधा के लिए है, लेकिन कुछ लोग इसका गलत इस्तेमाल कर व्यवस्था को मजाक बनाने की कोशिश कर रहे है.दोषियों की पहचान होते ही उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.