पटना (PATNA) : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन के लिए बड़ी परेशानी की खबर सामने आई है. लोजपा (पारस) के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस और राजद के बीच सीट बंटवारे को लेकर चल रही बातचीत अब टूट के कगार पर पहुंच गई है.
सूत्रों के मुताबिक, राजद ने पारस को अपनी पार्टी का विलय करने के बदले तीन सीटों का प्रस्ताव दिया था, लेकिन रविवार को हुई लोजपा (पारस) की संसदीय बोर्ड बैठक में शामिल सभी जिला अध्यक्षों ने इस प्रस्ताव का कड़ा विरोध किया. उन्होंने साफ कहा कि पार्टी किसी भी हाल में विलय के लिए तैयार नहीं है और स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेगी. बैठक में कोई भी जिला अध्यक्ष पार्टी विलय के पक्ष में नहीं दिखा.
बैठक के बाद पार्टी की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस को गठबंधन से जुड़े सभी फैसले लेने का अधिकार दे दिया गया. पारस ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह अगले 24 घंटों में अपना रुख स्पष्ट करेंगे. वहीं सूत्रों की मानें तो पारस गुट अब बसपा (BSP) और एआईएमआईएम (AIMIM) के साथ गठबंधन बनाकर चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी में है. अगर ऐसा होता है तो यह नया समीकरण महागठबंधन के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है, खासकर उन इलाकों में जहां पारस गुट का दलित और पासवान वोट बैंक प्रभावी रहा है.

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