पटना(PATNA):पिछले वर्ष हुई सिपाही भर्ती परीक्षा में धांधली के एक बड़े मामले का पटना पुलिस ने खुलासा किया है. इस सिलसिले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो परीक्षार्थियों से लाखों रुपये लेकर सेटिंग के जरिए सफलता दिलाने का झांसा दे रहे थे.

रामकृष्ण नगर से हुई गिरफ्तारी

पटना के रामकृष्ण नगर थाना क्षेत्र स्थित एक अपार्टमेंट में छापेमारी कर इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. मामले की जानकारी देते हुए सिटी एसपी ईस्ट परिचय कुमार ने बताया कि यह गिरोह व्यापक स्तर पर परीक्षा में धांधली फैलाने में शामिल था.पकड़े गए दोनों आरोपी अभ्यर्थियों से मोटी रकम वसूलते थे और उन्हें परीक्षा में पास कराने का भरोसा दिलाते थे. पुलिस को इस गिरोह के नेटवर्क के बारे में भी कुछ अहम सुराग मिले हैं और अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है.

तकनीकी संसाधनों का था इस्तेमाल

छापेमारी के दौरान आरोपियों के पास से वॉकी-टॉकी, मोबाइल, लैपटॉप, ब्लूटूथ डिवाइस और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स बरामद किए गए हैं, जिनका उपयोग परीक्षा के दौरान संपर्क साधने और उत्तर भेजने में किया जाता था। इससे साफ है कि यह गिरोह पूरी तरह से तकनीकी तौर पर प्रशिक्षित और संगठित था.

नेटवर्क का विस्तार और आगे की जांच

प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि गिरफ्तार आरोपी केवल इस संगठित गिरोह का एक हिस्सा है. इस रैकेट का नेटवर्क राज्य के बाहर तक फैला हो सकता है.पुलिस की टीमें अन्य संदिग्धों को पकड़ने के लिए टेक्निकल सर्विलांस और पूछताछ के जरिए आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.

परीक्षा प्रणाली पर फिर उठे सवाल

इस घटना के बाद बिहार की सरकारी भर्ती परीक्षाओं की पारदर्शिता पर एक बार फिर सवाल उठने लगे है.हाल के वर्षों में नीट, बीपीएससी, शिक्षक और पुलिस भर्ती परीक्षाओं को लेकर बार-बार धांधली और पेपर लीक की खबरें सामने आती रही हैं, जिससे परीक्षार्थियों में गहरी निराशा देखी जा रही है.