पटना (PATNA) : चुनाव आयोग ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की सांसद वीणा देवी और उनके पति दिनेश प्रसाद सिंह को नोटिस जारी किया है. नोटिस में पूछा गया है कि कैसे उनके नाम दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूचियों में दर्ज हुए हैं. दोनों को 16 अगस्त 2025, अपराह्न 5 बजे तक अपना जवाब देने का निर्देश दिया गया है.
निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी, 94-मुजफ्फरपुर विधानसभा क्षेत्र द्वारा जारी नोटिस में बताया गया है कि विशेष गहन पुनरीक्षण 2025 की प्रारूप निर्वाचक सूची में दिनेश प्रसाद सिंह का नाम 98-साहेबगंज विधानसभा के बूथ 325 (EPIC नं. UTO1134527) और 94-मुजफ्फरपुर विधानसभा के बूथ 371 (EPIC नं. REM0933267) दोनों में पाया गया है.
इसी तरह, सांसद वीणा देवी का नाम 98-साहेबगंज विधानसभा के बूथ 325 (EPIC नं. UTO1134543) और 94-मुजफ्फरपुर विधानसभा के बूथ 371 (EPIC नं. GSB1037894) में दर्ज है.
यह कार्रवाई बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा देर रात लगाए गए आरोपों के बाद हुई, जिसमें उन्होंने चुनाव आयोग से इस मामले पर जवाब मांगा था. अब आयोग ने दोनों से स्पष्टीकरण की मांग की है.
हालांकि मामले पर विधान परिषद सदस्य दिनेश सिंह ने सफाई दी है कि वे अपने पैतृक गांव दाउदपुर के ही वोटर हैं और हमेशा वहीं वोट डालते हैं. दिनेश सिंह ने बताया कि 31 जुलाई को ही उन्होंने लिखित रूप से आवेदन देकर अपना नाम मुजफ्फरपुर की वोटर लिस्ट से हटाने की मांग की थी. उन्होंने इसके प्रमाण स्वरूप संबंधित कागजात भी दिखाए और कहा कि यह पूरी तरह बीएलओ की गलती है, न कि उनकी.
इसी तरह, लोजपा सांसद वीणा देवी ने भी कहा कि वे अपने पैतृक गांव दाउदपुर पंचायत के ग्राम खुटाहि में ही मतदान करती हैं और दो वोटर आईडी का मामला दरअसल बीएलओ की लापरवाही का नतीजा है. दोनों नेताओं ने स्पष्ट किया कि इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देना गलत है और तथ्य सामने आने पर सच स्पष्ट हो जाएगा.

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