पश्चिम चंपारण (CHAMPARAN): बिहार के बगहा में गण्डक नदी का कटाव ज़ारी है. यूपी बिहार सीमा से होकर गुजरने वाली नारायणी नदी इन दिनों फिर  ठकरहा प्रखण्ड के लोगों को डरा रही है. नदी के जलस्तर में उतार चढ़ाव के साथ ही ठकरहा के मोतीपुर हरख टोला का अस्तित्व ख़तरे में आ गया है. आलम ये है कि गण्डक नदी यहां हुए कटाव निरोधी कार्यो को अपने गर्भ में समाहित कर तेज़ी से गांव के स्कूल, आंगनबाड़ी व बिजली टॉवर की ओर बढ़ रही है.

गण्डक नदी का कटाव ज़ारी

वहीं इसको देखते हुए जिला  प्रशासन की ओर से डीएम दिनेश राय के निर्देश पर जल संसाधन विभाग की टीम मौके पर कैम्प कर रही है, और कटाव से बचाव को लेकर एंटी रोजन कार्य में जुटी है. नदी तट पर बांध के पास बम्बू पाइलिंग कर बोरियां डाली जा रही हैं, और इसके अलावा डीएम ने अधिकारियों को 24 घण्टे सतत निगरानी का भी आदेश जारी किया है. 

जल संसाधन विभाग की टीम मौके पर कर रही है कैम्प 

वहीं बगहा एसडीएम को इसकी मोनिटरिंग का जिम्मा दिया गया है, ताकि कटाव से रिहायशी इलाके के लोगों को निजात मिल सके, बता दें कि विगत दो दिन से ठकरहा में कटाव तेज  हो गया है. औऱ आनन फानन में बालू की बोरियों में मिट्टी भरकर बचाव कार्य किया जा रहा था. जिसे डीएम ने गम्भीरता से लेते हुए गुणवत्तापूर्ण कार्य करवाने के बाद बचाव का सख़्ती से निर्देश दिया है.

हाथी पांव बनाकर बांध को बचाने की क़वायद शुरू

आपको बताएं कि हाथी पांव बनाकर बांध को बचाने की क़वायद की जा रही है. जबकि हाल ही में करोड़ों की लागत से पीपी तटबंध के पास नदी तट पर एंटी रोजन कार्य किये गए थे, जो धराशाई हो गए हैं.यही  वज़ह है कि डीएम दिनेश राय ने  गंभीरता दिखाते हुए बगहा SDM औऱ जल संसाधन विभाग के एसई को जिम्मा सौंपा है.