औरंगाबाद (AURANGABAD) : औरंगाबाद में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने मंगलवार को ओबरा अंचल कार्यालय के राजस्व कर्मचारी प्रमोद कुमार को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया, जिस कार्रवाई का नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक विकास श्रीवास्तव ने किया है. 

ओबरा थाना क्षेत्र के मानिकपुर गांव निवासी उदय कुमार ने निगरानी ब्यूरो, पटना में शिकायत दर्ज कराई थी कि प्रमोद कुमार जमीन के दाखिल-खारिज के नाम पर रिश्वत मांग रहे हैं. शिकायत की जांच पुलिस अवर निरीक्षक राहुल कुमार ने की, जिसमें आरोप सही पाए गए. इसके बाद छह सदस्यीय टीम गठित कर पटना से औरंगाबाद भेजी गई है. 

मंगलवार सुबह तय योजना के अनुसार शिकायतकर्ता 20 हजार रुपये लेकर प्रमोद कुमार के कक्ष में पहुंचे, जहां राजस्व कर्मचारी ने जूट के लंच बैग का खाली डिब्बा आगे बढ़ाते हुए पैसे उसमें रखने को कहा. जैसे ही शिकायतकर्ता ने रकम रखकर बाहर आकर टीम को इशारा किया, निगरानी की टीम कक्ष में घुसी और आरोपी को पकड़ लिया. 

शिकायतकर्ता के अनुसार, कुल 1.70 लाख रुपये में दाखिल-खारिज का सौदा तय हुआ था, जिसमें 1.50 लाख रुपये अंचल अधिकारी और 20 हजार रुपये प्रमोद कुमार के हिस्से में आने थे. रकम किश्तों में देने की बात पर सहमति बनी, जिसके बाद निगरानी ब्यूरो ने जाल बिछाया. 

गिरफ्तार राजस्व कर्मचारी को आवश्यक कागजी कार्रवाई के बाद पटना ले जाया गया, जहां बुधवार को निगरानी की विशेष अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा. निगरानी टीम के सदस्यों में डीएसपी विकास श्रीवास्तव, इंस्पेक्टर योगेंद्र कुमार, एएसआई कुंदन कुमार, सत्यापनकर्ता राहुल कुमार, तकनीकी विशेषज्ञ सुमित कुमार और कार्यालय कर्मी सुजीत कुमार शामिल हैं.