पटना (PATNA) : बिहार में साल 2016 में शराबबंदी कानून लागू किया गया था. इस कानून को लागू हुए अब 7 साल हो गए हैं मगर इसके बावजूद यहां आए दिन शराब से जुड़ी खबरें सामने आती रहती है. शराब तस्कर धड़ल्ले से इसकी तस्करी कर रहे हैं. इस कानून के बावजूद  शराब की खपत और आपूर्ति में कोई कमी नहीं आई है. एक बार फिर पटना में गुप्त सूचना पर उत्पाद विभाग ने 100 कार्टून अंग्रेजी शराब की खेप को जप्त किया है. ट्रक में 80 कार्टून दवा के कार्टून के नीचे छिपाकर रखा हुआ था  ,जबकि 20 कार्टून डाक पार्सल वैन में रखे हुए थे. इन दोनों मामलों में पुलिस द्वारा 4 लोगो की गिरफ्तारी की गई है. 

10 से 12 लाख शराब कीमत 

दोनो मामले में,पहला रामकृष्णनगर थाना इलाके का मामला है. एक ट्रक में दवा के नीचे छिपाकर 80 कार्टून अंग्रेजी शराब ले जाया जा रहा था वहीं दूसरा बस स्टैंड के पास बेरिया इलाके में डाक पार्सल लिखा गाड़ी में 20 कार्टून अंग्रेजी शराब पाया गया. जिसकी कीमत 10 से 12 लाख में बताई जा रही है. 

बिहार में शराब बंद, फिर भी हो रही घटनाएं 

बिहार में 2016  से शबबंदी लागू किया गया. महिलाओं ने 2015 में इसकी मांग की थी जिसके बाद शराबबंदी कानून बिहार में लागू हुआ. शराबबंदी को लेकर अभियान चलाया गया. इसके बावजूद शराब से जुड़े मामले थमने का नाम नहीं ले रही है. शराब तस्कर का मामला भी बढ़ता जा रहा है. इससे ये साफ है कि बिहार सरकार इस कानून को चलाने में पूरी तरह ये विफल है.