पटना(PATNA): बिहार में आगामी विधानसभा उपचुनावों को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है.महागठबंधन में शामिल दो प्रमुख दल-कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद)–अब लालगंज विधानसभा सीट को लेकर आमने-सामने आ गए है. सीट बंटवारे पर स्पष्ट सहमति न होने के कारण इस सीट पर फ्रेंडली फाइट की स्थिति बन गई है. सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस ने कल शाम लालगंज विधानसभा सीट से आदित्य कुमार राजा को अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित कर दिया. इसके बाद आज सुबह एक बड़ा सियासी मोड़ तब आया, जब राजद ने पूर्व सांसद मुन्ना शुक्ला की बेटी को लालगंज से अपना प्रत्याशी बना दिया और उन्हें पार्टी का सिंबल भी सौंप दिया गया.
महागठबंधन के भीतर का मतभेद खुलकर सामने आ गया
जानकारी के मुताबिक, राजद की उम्मीदवार अब सीधे वैशाली पहुंच रही है ताकि अपना नामांकन दाखिल कर सकें. इस घटनाक्रम के बाद महागठबंधन के भीतर मतभेद खुलकर सामने आ गए है और यह तय माना जा रहा है कि यदि समय रहते किसी एक पक्ष ने नामांकन वापस नहीं लिया, तो लालगंज सीट पर कांग्रेस और राजद के बीच सीधे मुकाबले की नौबत आ सकती है.
इसका सीधा फायदा विपक्षी दलों को मिल सकता है
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि यह फ्रेंडली फाइट होती है, तो इसका सीधा फायदा विपक्षी दलों को मिल सकता है और महागठबंधन की एकजुटता पर सवाल खड़े हो सकते है. वहीं, स्थानीय कार्यकर्ताओं और समर्थकों में भी इस स्थिति को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है. अब देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस या राजद में से कौन पीछे हटता है या फिर यह टकराव चुनावी रणभूमि तक पहुंचता है.

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