छपरा (CHAPRA): बिहार से आए दिन स्वास्थ्य विभाग की खबरें वहां की पोल खोलती है. जहां कहीं मरीज को समय पर एंबुलेंस सेवा नहीं मिल पाती, तो कहीं मरीज का अच्छे से इलाज नहीं हो पाता है. वही फिर बिहार के छपरा जिले से गुरुवार को एक तस्वीर निकाल कर सामने आई. जिसको देखकर अस्पताल के नाम से भी  लोग अब डरेंगे. बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था इतनी लचर है कि वहां मरीजों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है जहां डॉक्टर इलाज नहीं करते हैं, बल्कि सिक्योरिटी गार्ड डॉक्टर बनकर मरीजों को इंजेक्शन लगाते हैं.

बिहार के लक्षण व्यवस्था से मरीज परेशान

छपरा के सदर अस्पताल में आए दिन कोई ना कोई लापरवाही देखने को मिलती है. तो वही  3 जुलाई को भी सदर अस्पताल में एक ऐसा ही नजारा देखने को मिला जो हैरान करने वाला था. बताया ज रहा है कि एक व्यक्ति को बिच्छू ने काट लिया था. जब वह सदर अस्पताल पहुंचा,तो वहां ना कोई डॉक्टर था और ना ही कोई नर्स, अंत में वहां तैनात सिक्योरिटी गार्ड ने  डॉक्टर की कमान संभाली और मरीज को इंजेक्शन लगाने लगा.

आए दिन डॉक्टर के रहते सिक्योरिटी गार्ड लगाते हैं इंजेक्शन

वही आनेवाले मरीजों की माने तो आए दिन वहां डॉक्टर अस्पताल से नदारत रहते हैं, और इस तरह का ही नजर हमेशा देखने को मिलता है. इसके साथ ही जब कोई मरीज आता है,तो उसे स्ट्रेचर तक नहीं दिया जाता, क्योंकि स्ट्रेचर  साफ नहीं होता उसपर पहले से ही खून के धब्बे और कचरा लगा हुआ होता है. जिसकी वजह से मरीजों को घंटे गेट के पास ही तड़पना पड़ता है. यदि इस तरह ही स्थिति रही तो फिर लोगों का सरकारी अस्पतालों से विश्वास उठ जाएगा.

लोग स्वास्थ्य मंत्री से लगा रहे गुहार 

वही लोग अब स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव पर भी आरोप लगा रहे हैं कि आखिर स्वास्थ्य व्यवस्था को  कब तक दुरुस्त करेंगे. ताकि लोगों को इलाज में किसी तरह का कोई परेशानी नहीं हो. आखिर क्यों लोगों को अस्पताल के रहते हुए भी तड़पना पड़ता है यह लोग सवाल पूछ रहे हैं.