भागलपुर(BHAGALPUR): भागलपुर सुलतानगंज के अजगैबीनाथ धाम में आषाढ़ के अंतिम सोमवार को हजारों शिव भक्तों ने उत्तरवाहिनी गंगा में स्नान कर बाबा भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर जलाभिषेक किया. साथ ही हजारों की संख्या में कांवडिया अजगैबीनाथ मंदिर में पूजा अर्चना कर उत्तरवाहिनी गंगा जल लेकर बाबा बैधनाथ धाम के लिए के लिए रवाना हुए. बाबा धाम भोलेनाथ के जयकारों गुंजायमान हो गया. पूरा शहर केसरिया रंग में रंग गया. दो दिन बाद श्रावणी मेला प्रारंभ होना है. इसको लेकर जिला प्रशासन के निर्देश पर स्थानीय पदाधिकारियों द्वारा गंगा घाट के बेंरिकेंटिग पर व्यवस्था की गयी है. जहाज घाट में श्रावणी मेला उदघाटन की तैयारी जोरशोर से की जा रही है.
आषाढ़ के अंतिम सोमवारी का विशेष महत्व:पंडित कृष्णा झा
वहीं स्थानीय पंडित कृष्णा झा ने बताया अखाड के अंतिम सोमवारी का विशेष महत्व है. आज के दिन खासकर बिहार एवं झारखंड में अखाडी काली की पूजा होती है. इसको लेकर उत्तरवाहिनी गंगा का विशेष महत्व होने के कारण खासकर बिहार झारखंड के कांवडिया अजगैबीनाथ धाम में पूजा करने पहुंचते हैं. सोमवार के दिन बाबा भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने से शिव भक्तों का सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. खासकर सोमवार के दिन हजारों की संख्या में कांवडिया अजगैबीनाथ धाम पहुंचते है. दो दिन बाद विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला प्रारंभ होना है.इसको लेकर शिव भक्तों की भीड़ बढ़ते जा रही है.
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