पलामू(PALAMU): जिसकी हत्या के आरोप में पुलिस ने छः लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था,वह युवक जिंदा था. लेकिन इस फर्जी केस ने छह लोगों की ज़िंदगी बर्बाद कर दी. पुलिस ने भी केस की गहनता से जांच नहीं किया जिसका खामियाजा बेबस लोगों को भुगतना पड़ा. छह साल बीत जाने के बाद भी अब भी एक व्यक्ति जेल में बंद है.

दरसअल मामला सतबरवा थाना क्षेत्र के नवाबज़ार निवासी राम मिलन चौधरी ने अपनी ही हत्या की झूठी कहानी गढ़ कर अपने ससुराल वालों पर केस करा दिया. यह केस 2016 में राम मिलन चौधरी के पिता ने दर्ज कराया था,पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई किया और बिना जांच पड़ताल किये हुए राम मिलन चौधरी के ससुराल के छह लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस मामले में जिन्हें आरोपी बनाया गया था. वह खुद को बेकसूर बताते रहे लेकिन पुलिस ने उनकी एक ना सुनी.अब मामले का खुलासा हुआ तो पुलिस के भी होश उड़ गए हैं.

इस मामले में आरोपी के परिजनों ने कई बार पुलिस को बताया की वह युवक जिंदा है. हमेशा घर आता है.सतबरवा थाना पुलिस ने इस मामले में जब नहीं सुना तो छतरपुर पुलिस की मदद आरोपी के परिजनों लिया.परिजनों ने छतरपुर थाना पुलिस को मामले की जानकारी दी.और फिर छतरपुर पुलिस ने राम मिलान चौधरी को गिरफ्तार के सतबरवा पुलिस को सौंप दिया है.