TNPDESK: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और झारखंड एटीएस ने संयुक्त अभियान में रांची से जिस अशहर दानिश को गिरफ्तार किया है, वह पाकिस्तान से हैंडल किए जा रहे पैन इंडिया टेरर मॉड्यूल का हेड निकला. दिल्ली पुलिस के एडिशनल कमिश्नर प्रमोद सिंह कुशवाहा ने गुरुवार को बताया कि दानिश इस पूरे नेटवर्क का सेंट्रल लीडर था. उसकी पहचान संगठन में गजवा लीडर के तौर पर थी और कोड नेम सीईओ रखा गया था. जांच में पता चला कि दानिश भारत में खिलाफत घोषित करने और आतंकी स्ट्राइक की बड़ी साजिश रच रहा था.
चार राज्यों में छापेमारी, पांच आतंकी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया कि बीते 6 से 7 महीने से इनपुट मिल रहे थे. इसके बाद झारखंड, महाराष्ट्र, तेलंगाना और मध्यप्रदेश में एक साथ छापेमारी की गई. इस दौरान दानिश सहित पांच संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार हुए. झारखंड से एक, दिल्ली से दो (दोनों मुंबई के रहने वाले), तेलंगाना से एक और एमपी के राजगढ़ से एक आतंकी पकड़ा गया. इनके पास से सल्फर पाउडर, एसिड, बॉल बेरिंग्स, आईईडी बनाने के उपकरण, मास्क, ग्लब्स, सर्किट्स, मदरबोर्ड, हथियार और कारतूस बरामद हुए. यह नेटवर्क पाकिस्तान बेस्ड हैंडलर्स से लगातार टास्क लेकर भारत में बड़े धमाकों की तैयारी कर रहा था.
पाक हैंडलर दे रहा था टास्क
पुलिस सूत्रों के अनुसार दानिश को ही पाकिस्तान से लगातार टास्क दिए जा रहे थे. दिल्ली से गिरफ्तार आतंकी आफताब को हथियार खरीदने की जिम्मेदारी दी गई थी. जैसे ही वह दिल्ली से मुंबई लौट रहा था, पुलिस ने उसे पकड़ लिया. आफताब की निशानदेही पर उसका साथी सुफियान भी गिरफ्तार हुआ. वहीं ग्रुप का पांचवां सदस्य मुजेवा भी पुलिस की गिरफ्त में आ गया. दानिश के जिम्मे था आईईडी बम बनाने के लिए रॉ मेटेरियल जुटाना. सभी आतंकी भारत में एक जगह तय कर खिलाफत का ऐलान करने और वहां से स्ट्राइक की शुरुआत करने की योजना बना चुके थे.
ब्रेनवॉश कर बनाया गया आतंकी
बोकारो का रहने वाला दानिश पूरी तरह से ब्रेनवॉश हो चुका था. पूछताछ में पता चला कि ट्रेनिंग के दौरान आतंकियों को सिखाया जाता है कि वे अपनी गतिविधियों की जानकारी घरवालों तक को न दें. रांची के इस्लामनगर स्थित तबारक लॉज से दानिश की गिरफ्तारी हुई. जहां वह एक कोडरमा के छात्र के साथ रहता था. दोनों के बीच नजदीकी बातचीत होती थी, लेकिन दानिश ने कभी अपने रूममेट को संगठन की बात नहीं बताई. लॉज संचालक और आसपास के लोगों का कहना है कि दानिश बेहद चुपचाप रहता था और ज्यादातर समय कमरे में ही बिताता था.
स्ट्राइक से पहले ही ध्वस्त हुआ मॉड्यूल
दिल्ली पुलिस और झारखंड एटीएस की इस संयुक्त कार्रवाई से पाकिस्तान हैंडल्ड यह पूरा नेटवर्क स्ट्राइक से पहले ही ध्वस्त हो गया. दानिश और उसके साथियों ने भारत में कई जगहों को चिन्हित कर रखा था. योजना थी कि पहले वहां माहौल तैयार किया जाए और फिर उसे खिलाफत घोषित कर आतंकी गतिविधियों की शुरुआत की जाए. लेकिन समय रहते हुई कार्रवाई ने पाकिस्तान की इस बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया. पुलिस का मानना है कि अगर यह मॉड्यूल सक्रिय हो जाता तो देशभर में बड़े धमाकों की घटनाएं हो सकती थीं.
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