दुमका (DUMKA) - शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र में चल रहे अवैध खनन पर दुमका उपायुक्त रविशंकर शुक्ला के कड़े तेवर अब दिखने लगे हैं. सोमवार को जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण कुमार किस्कू के नेतृत्व में जिला टीम अवैध कोयला खदानों की डोजरिंग के लिए शिकारीपाड़ा के बिख्यात कोयला खनन क्षेत्र बादल पाड़ा पहुंचे. टीम में सदर एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी, शिकारीपाड़ा अंचलाधिकारी राजू कमल और भारी संख्या में पुलिस बल के जवान में महिला और पुरुष जवान भी शामिल थे. टीम ने बादल पाड़ा पहुंचकर सीधे जेसीबी मशीन की मदद से अवैध सुरंग नुमा कोयला खदानों को डोजरिंग कर बंद करना शुरू किया.

माफियाओं का सूचना तंत्र है काफी मजबूत

बाद में पत्रकारों से बात करते हुए जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण कुमार किस्कू ने माना कि कोयला माफियाओं का सूचना तंत्र काफी मजबूत है और टीम के आने की उन्हें पूर्व सूचना मिल जाती है. जिससे छापेमारी के बावजूद प्रशासन जब्ती नहीं कर पाता. हालांकि कार्रवाई के बारे में पूछने पर उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जितने भी अवैध ढंग से कोयला खदानों को चलाया जा रहा है, निकट भविष्य में उन सभी को बंद कर दिया जाएगा और आवश्यक अनुसंधान कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि जिला टीम के क्षेत्र में पहुंचने से पूर्व ही कोयला माफियाओं को इसकी भनक मिल गई थी जिससे पूरा खनन क्षेत्र सुनसान पड़ा हुआ था.

रिपोर्ट : अब्दुल अंसारी, शिकारीपाड़ा (दुमका)