दुमका(DUMKA)- दुमका जिला के जरमुंडी में मां की मौत और पिता द्वारा छोड कर भाग जाने के बाद जुड़वा बच्चियों को सीडब्ल्यूसी ने अपने संरक्षण में ले लिया है. प्रकाशित खबरों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए दोनों मासूम बच्चियों को सीडब्ल्यूसी के समक्ष प्रस्तुत करने का आदेश जरमुंडी थाना को दिया गया था. जिसके आलोक में गुरुवार को जरमुंडी थाना की पुलिस दोनों बच्चियों के साथ सीडब्ल्यूसी के समक्ष उपस्थित हुई और दोनों को सीडब्ल्यूसी के सुपुर्द कर दिया.

क्या है पूरा मामला

दरअसल चिंता देवी की मौत के बाद उसके पति नागेश्वर सिंह पत्नी की शव के साथ जुड़वां बच्चियों को छोड़कर फरार हो गया था. 22 दिसंबर 2021 को चिंता देवी ने जुड़वां बच्चियों को जन्म दिया.  ठीक एक महीने बाद 22 जनवरी 2022 को चिंता देवी की तबियत बिगड़ी और उसकी मौत हो गयी. सात जन्मों तक साथ देने के वचन के साथ सात फेरे लेने वाले नागेश्वर सिंह पत्नी की शव के साथ दोनों दुधमुंही बच्ची को छोड़कर फरार हो गया. नागेश्वर सिंह किराए के मकान में रहकर मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते थे. उसके फरार होने के बाद मकान मालिक ने दोनों के परिजनों से लेकर जरमुंडी थाना को इसकी सूचना दी थी. दोनों मासूम की देखभाल मकान मालकिन रिंकू देवी के द्वारा किया जा रहा था.

परिवार के कोई सदस्य सामने नहीं आए तो होगी एडॉप्शन प्रक्रिया

इस बाबत सीडब्ल्यूसी सदस्य रंजन कुमार सिन्हा ने कहा बच्चियों के परिजनों की तलाश की जा रही है. अगर कोई सामने नहीं आते हैं तो दोनों बच्चों को एडॉप्शन की प्रक्रिया में आगे भेज दिया जाएगा. तब तक दोनों का संरक्षण सीडब्ल्यूसी करेगी

रिपोर्ट: पंचम झा , दुमका