अगर सुबह की हड़बड़ाहट में नहीं पढ़ पाए हैं न्यूज़पेपर तो एक नजर में पढ़े  गुरुवार दिनांक 10 फरवरी को कोयलांचल के कुछ प्रमुख अखबारों की हेडलाइंस इस प्रकार है -

 एनटीपीसी ने लगाया पूर्वी भारत का सबसे बड़ा कोल कन्वेयर बेल्ट : एनटीपीसी ने पूर्वी भारत का सबसे बड़ा कोल कन्वेयर बेल्ट बनाने में कामयाबी हासिल की है. यह कन्वेयर बेल्ट 1000 करोड़ की लागत से 21 किलोमीटर लंबा बना है. हजारीबाग बड़कागांव पकरी बरवाडी कॉल खनन परियोजना से बाना दाग रेलवे साइडिंग तक कोयले की ढुलाई कन्वेयर बेल्ट से होगी. प्रति घंटा 2500 टन कोयले की ढुलाई होगी .इससे एनटीपीसी के पावर प्लांट में कोयला समय से उपलब्ध होगा, वहीं रैबिट लोडिंग सिस्टम से कन्वेयर बेल्ट के जुड़ने से कोयला रेलवे रैक तक पहुंच जाएगा. इससे पर्यावरण सुरक्षित रहेगा और कोयले की ढुलाई की रफ्तार 4 गुना बढ़ जाएगी. इसका ट्रायल शुरू हो चुका है. मई तक कन्वेयर बेल्ट के दोनों लेयर पूरी तरह से काम करने लगेंगे. (प्रभात खबर)

दो दबंग घरानों के कारण चांदमारी कोलियरी से ठप है कोयला का उठाव : बीसीसीएल के बस्ता कोला एरिया अंतर्गत चांदमारी कोलियरी से कोयले का उठाव बंद है. कारण यहां कोयला लोडिंग में हिस्सेदारी को लेकर झरिया के दो दबंग घराने आमने सामने हैं .बीसीसीएल और लोडिंग मजदूर के नेताओं के बीच कई बार बैठक हुई पर कोयला उठावा आज तक शुरू नहीं हो सका. मौजूदा हालात यह है कि 10 मार्च को 5000 टन कोयला उठावा की वैधता समाप्त हो जाएगी. इससे न सिर्फ लोडिंग पॉइंट पर काम करने वाले 500 लोडिंग मजदूर काम से वंचित है बल्कि बीसीसीएल राज्य सरकार को भी लाखों-करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान होगा. उद्योग मालिकों को कोयला नहीं मिल रहा है यह अलग मामला है . (प्रभात खबर)

सड़क पार खाना पकाते और खुले आसमान के नीचे सो रहे मृत झमाडा कर्मियों के पुत्र : घर में खाने के लिए आटा-चावल नहीं है .दैनिक मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं. प्रतिदिन मजदूरी नहीं मिलती है. कभी-कभी खाली पेट सोना पड़ता है, पिताजी के निधन के बाद जो पावना राशि मिली, उससे कुछ दिन काम चला, अब स्थिति काफी दयनीय हो गई है. यह दर्द झमडा के मृत कर्मियों के पुत्रों का है. पिछले 16 दिनों से नियोजन की मांग को लेकर वह मुख्यालय के गेट पर धरना पर बैठे हैं. सड़क पर खाना पकाते हैं और खुले आसमान में सोते हैं. उनका कहना है कि नियुक्ति पत्र मिलने तक उनका धरना जारी रहेगा. (प्रभात खबर)

निरसा में टैंकर ने दंपति को रौंदा दोनों की मौत : बिरसा चौक पर बुधवार की शाम बेकाबू टैंकर ने बाइक सवार दुलाल गोराई और चाइना गोराई को रौंद दिया. इससे घटनास्थल पर ही दोनों की मौत हो गई. हादसे में 5 वर्षीय बच्ची अनु गंभीर रूप से घायल है. घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने विधायक के पीए रवि चौरसिया के नेतृत्व में आधे घंटे तक सड़क जाम कर दी. काफी मेहनत के बाद जाम को हटाया गया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर टैंकर और बाइक को जप्त कर लिया है. (हिंदुस्तान)

झामडा में चार करोड़ का नहीं मिल रहा है हिसाब : झारखंड खनिज क्षेत्र विकास प्राधिकार में चार करोड़ 65 लाख 57हजार ₹912 का हिसाब नहीं मिल रहा है. वित्त विभाग के ऑडिट में इसका खुलासा हुआ है. जलापूर्ति की मद में यह राशि खर्च की जानी थी. विभाग का कहना है कि राशि खर्च हो गई है लेकिन ऑडिट टीम की ओर से  मांगे जाने पर डिटेल्स  नहीं दिया गया. इसको लेकर विभाग में चर्चा का बाजार गर्म है. (हिंदुस्तान)