धनबाद(DHANBAD) इन दिनों राज्य सरकार ने अवैध खनन पर शिकंजा कसा है. लगातार अवैध खनन को रोकने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं. लेकिन आज सुबह पोलकेरा गांव में गजब हो गया. अवैध बालू ढुलाई को रोकने जब टीम पहुंची, तो उसे ग्रामीणों ने चारों तरफ से घेर लिया. इसमें महिलाएं, पुरुष और बच्चे भी थे. घटना निरसा इलाके की है. खनन विभाग की टीम के साथ SDO प्रेम कुमार तिवारी पांड्रा बजरा पंचायत पोलकेरा स्थित बराकर नदी घाट पर छापेमारी करने पहुंचे थे. टीम के सदस्यों को लगभग एक घंटे से ज्यादा समय तक गांव से बाहर नहीं निकलने दिया गया। ग्रामीणों को समझा बुझा कर किसी तरह वहां से निकलने में टीम सफल रही.

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ग्रामीणों ने सड़क की दोनों ओर बांस-बल्ला लगा दिया

ग्रामीणों ने सड़क की दोनों ओर बांस-बल्ला लगा दिया था. जिससे रास्ता अवरुद्ध हो गया था. ग्रामीणों के भारी विरोध को देखते हुए अधिकारियों ने पुलिस बल से संपर्क किया. लगभग एक घंटे के बाद पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंची.  जिसके बाद ग्रामीणों को समझा-बुझाकर प्रशासनिक अधिकारियों को गांव से निकाला जा सका. छापेमारी दल में निरसा सीओ नितिन शिवम गुप्ता, पूर्वी टुंडी सीओ एवं अन्य अधिकारी शामिल थे.

भारी मात्रा में मिला स्टॉक

छापेमारी के दौरान बजरा बालू घाट से गाड़ियां नहीं मिली. परंतु छापेमारी टीम को नदी किनारे भारी मात्रा में अवैध बालू का स्टॉक मिला. टीम के सदस्य अवैध बालू स्टोक के जांच पड़ताल में जुटी है.

क्या कहते हैं ग्रामीण

वहीं दूसरी ओर पोलकेरा के ग्रामीणों का कहना है कि हम लोग मजदूर हैं. हम लोगों को रोजगार चाहिए. हम लोग ट्रैक्टरों में बालू लोड कर अपना एवं अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं. सरकार हम लोगों को रोजगार दे.

रिपोर्ट :विनोद सिंह (धनबाद )